लोहारीडीह माब लिंचिंग: प्रदेश में पहली बार मामला दर्ज, 70 गिरफ्तार, 160 से अधिक नामजद 5 एफ आई आर 90 लोग फरार एक की मौत नही हो पाई मृतक की पहचान डीएनए के बाद होगी तस्दीग
लोहारीडीह माब लिंचिंग: प्रदेश में पहली बार मामला दर्ज, 70 गिरफ्तार, 160 से अधिक नामजद
5 एफ आई आर 90 लोग फरार
एक की मौत नही हो पाई मृतक की पहचान डीएनए के बाद होगी तस्दीग
कवर्धा खबर योद्धा ।। जिले के लोहारीडीह गांव में घटित माब लिंचिंग की घटना ने पूरे प्रदेश में हड़कंप मचा दिया है। इस भयावह घटना में एक परिवार के सदस्यों पर जानलेवा हमला किया गया, जिसमें एक व्यक्ति की दर्दनाक मौत हो गई। पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव के नेतृत्व में पुलिस ने समय रहते तीन सदस्यों को सुरक्षित निकाल लिया, इस घटना में प्रदेश में पहली बार माब लिंचिंग के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने अब तक 70 लोगों को गिरफ्तार किया है और 160 से अधिक लोगों पर नामजद मामला दर्ज किया गया है।
घटना का विवरण
लोहारीडीह में एक परिवार को ग्रामीणों ने बंधक बनाकर उनके घर में आग लगा दी। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे, जहां उन्हें बंधक बनाने का प्रयास किया गया। पुलिस ने मोर्चा संभालते हुए तीन लोगों को सुरक्षित निकाला, घटना के दौरान, एक व्यक्ति घर के अंदर छिप गया था, लेकिन गैस सिलेंडर के विस्फोट से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। उसका शव बुरी तरह जल चुका था, इसलिए उसकी पहचान नहीं हो पाई है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए रायपुर भेजा गया है, और डीएनए जांच के बाद ही मृतक की पहचान हो सकेगी।
माब लिंचिंग के तहत मामला दर्ज
इस घटना में प्रदेश में पहली बार माब लिंचिंग के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 5 एफआईआर दर्ज की हैं और 70 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा, 160 से अधिक लोगों के खिलाफ नामजद मामला दर्ज किया गया है। पुलिस की टीमें फरार 90 आरोपियों की तलाश में जुटी हुई हैं, जिन्हें जल्द ही गिरफ्तार किए जाने की संभावना है। घटना के बाद गांव में भारी तनाव का माहौल था, जिसे नियंत्रित करने के लिए 450 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया। पुलिस ने स्थिति पर अब नियंत्रण पा लिया है और गांव में शांति का माहौल है।
पुलिस पर किया हमला
घटना के दौरान, ग्रामीणों ने पुलिस पर भी हमला किया, जिसमें पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव समेत कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने स्थिति को संभालते हुए भारी संघर्ष के बाद भीड़ को काबू में किया। पुलिस ने साफ तौर पर कहा है कि इस मामले में दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह कितने भी प्रभावशाली क्यों न हों। गांव में अभी भी पुलिस बल की तैनाती है, ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी को रोका जा सके।
घटना का कारण और पृष्ठभूमि
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि घटना का मूल कारण एक जमीन विवाद था, जिसे पहले सुलझा लिया गया था। लेकिन अचानक एक युवक की आत्महत्या की खबर ने ग्रामीणों को आक्रोशित कर दिया, जिससे उन्होंने इसे हत्या समझकर परिवार को निशाना बनाया और उनके घर में आग लगा दी। पुलिस मामले की पूरी जांच कर रही है और जल्द ही घटना के सभी पहलुओं से पर्दा उठने की उम्मीद है।
पुलिस का बयान
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विकाश कुमार ने घटना की गंभीरता को देखते हुए कहा, “यह प्रदेश की पहली घटना है, जिसमें माब लिंचिंग के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामले में शामिल किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस पूरी गंभीरता से इस मामले की जांच कर रही है और फरार आरोपियों की जल्द ही गिरफ्तारी होगी।
गांव में शांति बहाल
घटना के बाद से लोहारीडीह गांव छावनी में तब्दील हो चुका है। पुलिस बल की भारी तैनाती के कारण अब गांव में शांति की स्थिति बनी हुई है। ग्रामीणों में दहशत का माहौल है, लेकिन पुलिस ने उन्हें सुरक्षा का आश्वासन दिया है। अब तक की जांच से संकेत मिल रहे हैं कि जल्द ही इस पूरे घटना क्रम का सच सामने आएगा।
यह घटना छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था के लिए एक बड़ा चुनौतीपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है, लेकिन प्रशासन की त्वरित कार्रवाई ने स्थिति को काबू में रखने में अहम भूमिका निभाई है।