लोकसभा के चुनावी रणभूमि में दो दिग्गज, एक संतोष तो दूसरा भूपेश
लोकसभा के चुनावी रणभूमि में दो दिग्गज, एक संतोष तो दूसरा भूपेश, जनता किसे करेगी पेश
हाईप्रोफाईल हुआ राजनांदगांव कवर्धा लोकसभा सीट, भूपेश और संतोष लगे प्रचार में
कवर्धा (खबर योद्धा ) – पूरे छत्तीसगढ में तीन चरण में लोकसभा चुनाव 11 सीटो पर होने को है। लेकिन अब राजनांदगांव कवर्धा लोकसभा सीट हाईप्रोफाईल बन गया है। दरासल बीते कांग्रेस सरकार के पूर्व डा.रमन सिंह जहां कवर्धा से मुख्यमंत्री थे। उस समय से विधानसभा चुनाव हाईप्रोफाईल सीट में बना हुआ है। लेकिन अब पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के लोकसभा चुनाव राजनांदगांव कवर्धा प्रत्याशी के लिए नाम घोषित होते ही यह लोकसभा सीट भी हाईप्रोफाईल में सुमार हो चुका है। इसके साथ ही पूरे छत्तीसगढ की नजर अब राजनांदगांव कवर्धा लोकसभा सीट पर टीकी हुई है। वर्तमान समय में भाजपा और कांग्रेस दोनो ने ही चुनावी बिगुल फूक दिया है।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जहां कवर्धा के मां विन्ध्यवासिनी मंदिर में पूजा अर्चना कर जनसंपर्क का दौर कवर्धा क्षेत्र में प्रारंभ किया तो वहीं सांसद संतोष पाण्डेय भी जोर शोर से प्रचार प्रसार में लगे हुए है। कांगे्रस और भाजपा दोनो ने ही गहरा मंथन कर कर प्रत्याशियों के नाम पर मुहर तो लगा दिया है। लेकिन अब देखना होगा की दोनो में जनता को कौन साध पा रहा है। तो इसके साथ ही लोकसभा चुनाव से पहले कबीरधाम जिले में दल बदल की राजनीति भी शुरू हो गई है। दल बदल इसलिए की कोई भाजपा का दामन थाम रहा है, तो कोई कांग्रेस से हाथ मिला रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने पूराने अंदाज में ही जनता से संपर्क साधते नजर आ रहे है। ज्यादातर जो छत्तीसगढी बोली है उस भाषा में ही पूर्व मुख्यमंत्री जनता से संवाद करते है। तो वही भाजपा के सांसद संतोष पाण्डेय भी आमजनो से छत्तीसगढी में ही संवाद करते है। जनता आखिर इन दोनो दिग्गजो को राजनांदगांव लोकसभा सीट में प्रत्याशी के रूप में देख रहे है। लेकिन वर्तमान स्थिति पूर्व विधानसभा चुनाव की तरह ही नजर आ रही है। दरासल जनता नें इस बार भी चुप्पी साधी हुई है।
माना जा रहा है कि फिर कही इस बार राजनीतिक गुरूओ के एग्जीट पोल फैल हो सकते है। क्योकि पूर्व विधानसभा चुनाव में जो एग्जीट पोल आम जनता को बताया गया वह सटीक नही बैठ पाया। फिलहाल जनता जनार्दन ही तय करेगी कि किसको वे जीत का ताज पहनाते है।
कबीरधाम जिले में 804 मतदान केन्द्र हैं और कुल मतदाताओं की संख्या 6 लाख 52 हजार 660 है। इसमें 3 लाख 24 हजार 953 पुरूष मतदाता, 3 लाख 27 हजार 705 महिला मतदाता और 02 थर्ड जेंडर मतदाता है। इसमें 6 हजार 510 दिव्यांग मतदाता, 18 से 19 वर्ग के 23 हजार 312 युवा मतदाता और 85 वर्ष से अधिक वरिष्ठ नागरिक की संख्या 2 हजार 668 है। जिले में जेंडर रेसियों 1008 है। 100 वर्ष से अधिक मतदाताओं की संख्या 88 है।
2009, 2014 व 2019 तक भाजपा का कब्जा
कबीरधाम जिला राजनांदगांव लोकसभा सीट में आता है। कबीरधाम-राजनांदगांव जिले के 8 विधानसभा क्षेत्र में इस बार मतदाता की संख्या 20 लाख से अधिक हो सकती है। वहीं चुनाव की बात करे तो इस लोकसभा सीट में बीते 2009, 2014 व 2019 तक भाजपा का कब्जा रहा है। बीते तीन लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा है। 2009 में भाजपा के मधुसूदन यादव, 2014 में अभिषेक सिंह व 2019 के चुनाव में भाजपा के संतोष पांडेय जीत दर्ज किए है। खास बात यह है कि 2009 व 2019 के विजेता प्रत्याशी अभिषेक सिंह व संतोष पांडेय कवर्धा के निवासी है। वहीं कांग्रेस ने अब तक 2009 से लेकर 2019 तक कबीरधाम जिले के किसी भी निवासी को अपना प्रत्याशी नहीं बनाया है।
राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र के बीते तीन वर्ष के चुनाव परिणाम
वर्ष 2009
कुल मतदाता – 141105
महिला – 704838
पुरुष – 706213
वोट पड़े –
कुल मतदाता – 830578
महिला – 390305
पुरुष – 440273
हार-जीत
कुल अभ्यर्थी – 14
मधुसूदन यादव (भाजपा) – जीते
देवव्रत सिंह (कांग्रेस) – हारे
वर्ष 2014
कुल मतदाता – 1591060
महिला – 793838
पुरुष – 797222
वोट पड़े –
कुल मतदाता – 1178302
महिला – 574874
पुरुष – 603428
हार-जीत
कुल अभ्यर्थी – 13
अभिषेक सिंह (भाजपा) – जीते
कमलेश्वर वर्मा (कांग्रेस) – हारे
वर्ष 2019
कुल मतदाता – 1715492
महिला – 857283
पुरुष – 858203
वोट पड़े –
कुल मतदाता – 1304496
महिला – 640925
पुरुष – 663568
हार-जीत
कुल अभ्यर्थी – 14
संतोष पांडेय (भाजपा) – जीते
भोलाराम साहू (कांग्रेस) – हारे
– सभी आंकड़े चुनाव आयोग के वे
बसाइट से प्राप्त जानकारी अनुसार है।
——————————