ग्राम देवसरा में लोग उल्टी-दस्त से प्रभावित ग्राम देवसरा के स्कूल को बनाया गया अस्थाई स्वास्थ्य कैंप ग्राम देवसरा में 26 जुलाई से चल रहा है डोर-टू डोर सर्वे और मौसमी बीमारियों के बचाव के लिए जनजागरूकता अभियान – सीएमएचओ डॉ बीएल राज
ग्राम देवसरा में लोग उल्टी-दस्त से प्रभावित
ग्राम देवसरा के स्कूल को बनाया गया अस्थाई स्वास्थ्य कैंप
ग्राम देवसरा में 26 जुलाई से चल रहा है डोर-टू डोर सर्वे और मौसमी बीमारियों के बचाव के लिए जनजागरूकता अभियान – सीएमएचओ डॉ बीएल राज
कवर्धा खबर योद्धा ।। पंडरिया विकासखण्ड के ग्राम देवसरा में मौसमी बीमारी से बचाव और उनके प्रभावी नियंत्रण के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा पंडरिया एसडीएम को अलर्ट रहने के निर्देश दिए है। कलेक्टर के निर्देश पर देवसरा के स्कूल को अस्थाई स्वास्थ्य कैंप बनाया गया है, जहां ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। देवसरा गांव के दो वृद्ध बुजूर्ग ग्रामीणों की मृत्यु होने ही सूचना को गंभीरता से लिया गया और कलेक्टर के निर्देश पर घटना की जुड़ी सभी पहलुओं की जांच की गई। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बीएल राज ने जांच रिपोर्ट कलेक्टर को दी है।
एसडीएम संदीप ठाकुर ने देवसरा ग्राम पहुंच कर ग्रामीणों से चर्चा की और मौसमी बीमारी, उल्टी-दस्त, मलेरिया,डायरिया सहित जल जनित बीमारियों के संक्रमण की वजह बताई और उनके बचने के लिए ग्रामीणों को स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने के लिए जागरूकता अभियान भी चलाया। उन्होंने स्कूल में क्लास लेकर वहां अध्ययनरत बच्चों को मौसमी बीमारियों के रोकथाम और खान-पान पर विशेष ध्यान देने के लिए स्वास्थ्यगत संदेश भी दिए। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीय विभाग द्वारा ग्राम देवसरा के सभी जल स्त्रोतों को तीसरी बार क्लोरिनेशन किया जा रहा है। बरसात से पहले भी एक बार हो चुका है। ग्राम में हैण्डपंप 22 और पांच ट्यूबेल है। कुआ नहीं है।
सीएमएचओ डॉ बीएल राज ने अपने जांच रिपोर्ट में बताया कि ग्राम धरम सिंह पिता कुवर सिंह 85 वर्ष का था। वह देवसरा गांव का रहने वाला था। इसी मृत्यु 23 जुलाई को हुई। उन्हे 21 जुलाई से उल्टी-दस्त की शिकायत थी, जिनका उपचार प्राईवेट प्रेक्टीशनर ओम प्रकाश श्याम निवासी लिम्हईपुर के द्वारा लगातार दो दिनों तक किया जा रहा था। इसी मृत्यु होने की सूचना पर गांव में स्वास्थ्य अमले द्वारा डोर टू डोर सर्वे का कार्य प्रांरभ किया गया। मौसमी बीमारियों के संभावित सभी ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण एव आश्यकतानुसार दवाईयां, क्लोरिनेशन टेबलेट, ओआरएस पैकेट, जिंक टेबलेट दिया जा रहा है। ग्रामीणों को खानपान पर विशेष सर्तकता रहने के लिए कहा गया। पानी उबाल कर पीने की सलाह दी जा रही है। कोटवार के माध्यम से मुनादी भी कराया गया। पीएचई विभाग द्वारा सभी सार्वजनिक जल स्त्रोंतो का क्लोरिनेशन का कार्य किया जा रहा है।
गांव के एक अन्य बुजुर्ग ग्रामीण चमरू राम पिता धुरउ उम्र 82 वर्ष का था। उन्हे उल्टी-दस्त की शिकायत थी। प्रथमतः घर पर ही उनका प्राथमिक उपचार किया गया। 26 जुलाई को एसडीएम, सीएमएचओ, बीएमओ तथा ग्राम संरपंच के समझाईश पर इन्हे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पंडरिया रिफर किया गया। स्वास्थ्य मे सुधार नहीं होने की स्थिति में 28 जुलाई को जिला चिकित्सालय रिफर करने के लिए कहा गया, लेकिन मरीज के परिजनों द्वारा इनके वृद्ध होने के कारण घर पर ही रखकर देखभाल करने की बात कही गई और जिला चिकित्सालय रिफर करने के लिए मना किया गया। इस दौरान उप स्वास्थ्य केन्द्र देवसरा के सीएचओ एवं आरएसओ द्वारा नियमित रूप से मरीज का फालोअप लिया गया। 31 जुलाई को इनकी मृत्यु हो गई।
सीएमएचओ डॉ बीएल राज ने बताया कि ग्राम के स्कूल में स्वास्थ्य शिविर लगाकर स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा मरीजों का उपचार किया जा रहा है। गंभीर प्रकरण मिलने पर मरीजों को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में रिफर करने के लिए कहा गया है। पिछले दो दिनों में दस्त से 12 मरीज मिले है। इसी प्रकार उल्टी के 4, और उल्टी-दस्त के एक मरीज मिले है। मलेरिया के दो मरीज मिले है। मरीजों में चार महिला, 12 पुरूष और बच्चे तीन है। वर्तमान में स्थिति नियंत्रण में है। ग्राम में जल जीवन मिशन से पेयजल की आपूर्ति की जा रही है तथा 5 निजी ट्यूबेल है, जिनका क्लोरिनेशन नहीं हुआ है। उन्होने बताया कि ग्राम देवसरा की कुल जनसंख्या 1327 ग्राम में कुल घर 166 है।