सीएम विष्णुदेव साय, ने भोरमदेव में कावड़ियों और शिव भक्तों पर हैलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा कर  किया भव्य स्वागत

सीएम विष्णुदेव साय, ने भोरमदेव में कावड़ियों और शिव भक्तों पर हैलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा कर  किया भव्य स्वागत

सीएम विष्णुदेव साय,डॉ.रमन सिंह और दोनों डिप्टी सीएम सहित भावना बोहरा ने किया भोले नाथ की पूजा अर्चना 

 कवर्धा खबर योद्धा।। प्रदेश के मुख्यमंत्री  विष्णुदेव साय, विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह, उप मुख्यमंत्री  विजय शर्मा और अरुण साव ने सावन माह के तीसरे सोमवार को छत्तीसगढ़ के प्राचीन, पुरातात्विक, धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व के स्थल बाबा भोरमदेव मंदिर में पवित्र सावन मास में सैकड़ों किलो मीटर पदयात्रा कर जलाभिषेक करने आने वाले हजारों कावड़ियों पर हैलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत अभिनंदन किया। उन्होंने हर-हर महादेव और बोलबम के जयघोष के साथ श्रद्धालुओं और हजारों पदयात्री कावड़ियों का हौसला बढ़ाते हुए भोरमदेव परिसर में आत्मीयता से मुलाकात की। बाबा भोरमदेव मंदिर परिसर श्रद्धा, भक्ति के अद्भुत दृश्य ने श्रद्धालुओं को उत्साहित किया और पूरा परिसर “हर-हर महादेव” और “बोल बम” के जयघोष से गूंज उठा।

 

      मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष के साथ उपमुख्यमंत्री  विजय शर्मा,  अरुण साव और श्रीमती भावना बोहरा ने भी कावड़ियों का स्वागत अभिनंदन किया। यह लगातार दूसरा वर्ष है जब मुख्यमंत्री स्वयं श्रद्धालुओं का पुष्प वर्षा के माध्यम से स्वागत कर रहे हैं। इसके बाद मुख्यमंत्री  ने विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह, उपमुख्यमंत्री  शर्मा और श्री साव के साथ भोरमदेव बाबा भगवान शिव जी का दर्शन कर मंत्रोच्चारण के साथ विशेष पूजा-अर्चना और रुद्राभिषेक किया तथा प्रदेश की समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की और आशीर्वाद लिया। मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री ने मंदिर परिसर में बोल-बम कावड़ यात्रियों एवं श्रद्धालुओं से मुलाकात कर हाल चाल जाना और मंदिर परिसर में बोल-बम कावड़ यात्रियों एवं श्रद्धालुओं का अभिवादन किया। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने शिव भक्त कावड़ियो और श्रद्धालुओं से कहा कि आज सावन मास के तीसरे सोमवार को बाबा भोरमदेव की पावन धरती पर आकर शिवभक्तों के साथ जुड़ना मेरे लिए अत्यंत सौभाग्य और गर्व का विषय है।

 

हजारों श्रद्धालु सैकड़ों किलोमीटर की पदयात्रा कर भगवान भोलेनाथ के दर्शन करने यहां पहुंचे हैं, यह हमारी आस्था, परंपरा और सांस्कृतिक विरासत की जीवंत मिसाल है। यहां पहुंचकर मैं भगवान भोलेनाथ से प्रदेश के सभी लोगो की सुख शांति समृद्धि के लिए कामना किया हूं। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अमरकंटक से 151 किलोमीटर पदयात्रा कर भोरमदेव मंदिर में जलाभिषेक करने वाली पंडरिया विधायक श्रीमती भावना बोहरा को भगवा वस्त्र और श्रीफल भेंट की।

 

    मुख्यमंत्री  ने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में स्वदेश दर्शन योजना 2.0 के अंतर्गत भोरमदेव कॉरिडोर विकास के लिए 146 करोड़ रुपये की महत्वाकांक्षी परियोजना को मंजूरी दी गई है। यह परियोजना न सिर्फ मंदिर परिसर का कायाकल्प करेगी, बल्कि आसपास के धार्मिक और पर्यटन स्थलों को भी जोड़कर एक समग्र आध्यात्मिक अनुभव देगी। इसमें पुरातत्व महत्व के स्थल मड़वा महल, छेरकी महल, रामचुवा से लेकर सरोदा जलाशय तक पर्यटन कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ से अमरकंटक जाने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मध्यप्रदेश के अनुपपुर में 5 एकड़ भूमि आबंटित की प्रक्रिया जारी है, जहाँ एक भव्य श्रद्धालु के लिए भवन बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि आज हेलीकॉप्टर से भोरमदेव मंदिर में पुष्पवर्षा भी किए है। उन्होंने सावन मास के लिए सभी भक्तजनों को शुभकामनाएं दी। 

 कवर्धा से 18 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम चौरा में 11 वी शताब्दी का प्राचीन, ऐतिहासिक और पुरातत्व महत्व का स्थल बाबा भोरमदेव का मंदिर है। इस मंदिर में भगवान शिव जी विराजित है। भगवान शिव देवों के देव महादेव में जल अभिषेक की परम्परा सदियों चली आ रही है। हर वर्ष श्रावण माह में कांवरियों द्वारा पदयात्रा कर शिव मंदिरों में जल चढ़ाया जाता है, जिसे कांवड़ यात्रा कहा जाता है। सावन के इस पवित्र माह में कबीरधाम, पड़ोसी जिला मुंगेली, बेमेतरा, खैरागढ़, राजनांदगांव सहित मध्यप्रदेश के अमरकंटक से कावड़िया पदयात्रा कर छत्तीसगढ़ के ऐतिहासिक, पुरातात्त्विक, धार्मिक एवं पर्यटन महत्व स्थल कबीरधाम जिले बाबा भोरमदेव मंदिर, बूढ़ा महादेव मंदिर और डोंगरिया के प्राचीन जालेश्वर शिवलिंग में जलाभिषेक करने हजारो की संख्या में आते है। श्रावण मास में शिवभक्त मनोवांछित फल प्राप्त करने के लिए प्रतिदिन कांवरिया दल सहित श्रद्धालुओं द्वारा शिवलिंग का विधिवत पूजा अर्चना व जलाभिषेक किया जा रहा है। सावन माह लगते ही कांवरियों का दल मध्यप्रदेश के अमरकंटक से पहाड़ी और पथरिली जंगलों की रास्तों से पदयात्रा कर बाबा भोरमेदव, जलेश्वर महादेव और पंचमुखी बुढ़ामहादेव में जलाभिषेक कर रहे है।

       

जितेन्द्र राज नामदेव

एडिटर इन चीफ - खबर योद्धा

 
error: Content is protected !!