बोड़ला जनपद में एसीबी का छापा, एकाउंटेंट 1 लाख 20 हजार का रिश्वत लेते गिरफ्तार जनपद सीईओ के बंगले और ओफिस में छानबीन जारी सुबह 4 बजे तक चली एसीबी की कार्यवाही
बोड़ला जनपद में एसीबी का छापा, एकाउंटेंट 1 लाख 20 हजार का रिश्वत लेते गिरफ्तार
जनपद सीईओ के बंगले और ओफिस में छानबीन जारी
सुबह 4 बजे तक चली एसीबी की कार्यवाही
कवर्धा खबर योद्धा।। कबीरधाम जिले के विकासखंड बोड़ला जनपद पंचायत के एकाउंटेंट नरेन्द्र राउतकर को ACB की टीम ने विश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया है । एकाउंटेंट ने ग्राम पंचायत जामपानी सरपंच को आंगनबाडी के भवन निर्माण का बिल पास कराने के ऐवाज में लिए 1.20 लाख रुपए का रिश्वत मांग था, सरपंच पति के शिकायत पर गुरुवार देर साम 6 बजे 10 लोगों की एसीबी टीम तीन गाड़ियों में पहुंची और रिश्वतखोर बाबू को दबोच लिया गया है , बाबू को गिरफ्तार करने के बाद एंटीकरप्शन ब्यूरो की टीम ने जनपद सीईओ मनीष भारती से भी पुछताछ की और सीईओ को अपने साथ उसके बंगले ले गई जहां तीन घंटे तक टीम ने छानबीन किया जिसके बाद वापस जनपद पंचायत कार्यालय ले आई और पूरा जांच सुबह 4 बजे तक चलता रहा।
बताया जा रहा की हमेशा विवादों में घिरे रहने वाले बोड़ला जनपद पंचायत के बड़े बाबू नरेन्द्र राउतकर ने सरपंचों व सचिवों को छोटे-छोटे काम के लिए पैसा के लिए परेशान करते थे। हैरानी की बात है की बाबू की लगातार शिकायत अधिकारी से करने के बाद भी बाबू पर कोई कार्रवाई नहीं की गई, लेकिन इस बार बाबू पर सरपंच पति भारी पड़ गया।
जाने क्या है पूरा मामला
बोडला विकासखंड के ग्राम पंचायत जामपानी के महिला सरपंच से जनपद पंचायत बोड़ला के बड़े बाबू नरेन्द्र राउतकर ने आंगनबाड़ी भवन निर्माण का बिल पास कराने के लिए 1.20 लाख रुपए रिश्वत मांगी थी महिला सरपंच ने अपने पति को बाबू द्वारा विश्वत मांगने की बात बताई तब सरपंच पति मोती राम बैगा ने रायपुर जाकर एसीबी कार्यलय में बाबू की करतूत बताई और कुछ सबूत भी दिखाए जिसके बाद एंटीकरप्शन ब्यूरो की टीम ने सरपंच पति को बाबू को देने कैमिकल वाले नोट दिए सरपंच पति मोती राम बैगा पैसा लेकर गुरुवार साम 6 बजे बाबू को पैसा पकड़ा दिया जैसे ही बाबू ने पैसा जेब में डाला ACB की टीम ने बाबू को दबोच लिया।
बाबू से पुछताछ के बाद जनपद सीईओ मनीष भारती भी टीम के शक के दायरे में आ गए इसलिए सीईओ से भी टीम पुछताछ की और सीईओ के बंगले को तीन घंटे छानबीन किया, जिसके बाद सीईओ को वापस गाड़ी में बैठाकर जनपद ले आई और टीम छानबीन और पुछताछ कर रही है, इस पुरे कार्रवाई में एसीबी की टीम मिडिया से दूरी बनाई हुई है।