55 दुकानों का संचालन कर आत्मनिर्भर हो रही महिलाएं 50 हजार से लेकर 2.5 लाख वार्षिक आय हो रही है

55 दुकानों का संचालन कर आत्मनिर्भर हो रही महिलाएं

50 हजार से लेकर 2.5 लाख वार्षिक आय हो रही है

 

राजनांदगांव खबर योद्धा ।।  जब कोई व्यक्ति 10 वर्ष तक कार्य करे और उसे काम से हटना पड़े उसके लिये आर्थिक एवं मानसिक रूप से परेशान होना स्वाभाविक है साथ ही उनके पास व्यवसाय करने के लिये पैसा ना हो ऐसे स्थिति में मजदूरी एवं सेठ के पास जाकर कम पैसे में नौकरी करने के अलावा कोई विकल्प नही रहता और आगे कोई व्यवसाय की ओर नही सोच पाता। इसको देखते हुए हरियाली बहिनी अभियान के प्रमुख शिव कुमार देवांगन वे स्वयं तत्काल निर्णय लेते हुए पी.एम.ई.जी.पी योजनान्तर्गत 4 लाख का ऋण यूनियन बैंक ऑफ इण्डिया राजनांदगांव से ऋण लिया और वे महिलओं के लिये ०त्न लागत में व्यवसाय कराने की सोची जिसमें किसी प्रकार का कोई जोखिम न हो उनमें सबसे पहले जिनके पास स्वयं का मकान हो इसके लिये कृषि केन्द्र और साड़ी सेन्टर खोलने का निर्णय लिया गया।

 

कृषि केन्द्र पुरूषार्थ कार्य है उसे चलाने प्रारंभ में महिलाओं को काफी दिक्कत हुई लेकिन कृषि विभाग के मदद से इस कार्य को करने में सक्षम हो गये उसके उपरान्त साड़ी सेन्टर का संचालन करने लगे। आज 55 सेन्टर में संचालित है एक सेन्टर का जिसकी वार्षिक 25 लाख तक का व्यवसाय कर रहे है। सेन्टर की संचालिका श्रीमती प्रियंका डालेश्वर साहू ग्राम- खोभा विकासखण्ड- छुरिया, को 2 वर्ष में 5 लाख का शुद्ध लाभ हुआ है इसके अतिरिक्त अन्य सेन्टर में 50  हजार से लेकर 1 लाख का वार्षिक शुद्ध आमदानी होने लगी है।

 

 

शिव कुमार देवांगन ने आगे बताया कि 55 सेन्टर की माँ बम्लेश्वरी स्वय सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं को रोजगार में जोड़ा गया साथ ही काम का विस्तार करते हुए अपने पति को रोजगार दे रही है आज परिवार में खुशी एवं महिलाओं के प्रति सम्मान बढ़ा है।

 

 

सभी 55 सेन्टर में कम दरों पर उपलब्ध होने के कारण आसपास के 15-20 गाँव के लोग आते हैं व्यवसाय को बढ़ते देख मोहला विकासखण्ड के ग्राम- गोटाटोला एवं छुरिया विकासखण्ड के ग्राम- कल्लु बंजारी में थोक कपड़ा दुकान खोला गया है इसके पूर्व माँ बम्लेश्वरी सेवा साड़ी सेन्टर पाताल भैरवी राजनांदगांव से थोक में खरीदी करते थे जिसमें 55 सेन्टर के अलावा अन्य कपड़ा व्यवसायी भी आते है उसका प्रमुख कारण रायपुर से कम दरों पर स्थानीय स्तर पर उपलब्ध हो जाता है जिससे उनको समय एवं ट्रांसपोटिंग में बचत हो रही है व्यवसाय को बढ़ते देख 3 लोग को पी.एम.ई.जी.पी.आई. एवं 4 लोगो को मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना अंतर्गत यूनियन बैंक ऑफ इण्डिया एवं बैंक ऑफ बड़ौदा से ऋण का लाभ मिला है।

जितेन्द्र राज नामदेव

एडिटर इन चीफ - खबर योद्धा

 
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