विभिन्न मांगों को लेकर संयुक्त मोर्चा की हड़ताल 20 को और फेडरेशन की हड़ताल 27 को एक ही मुद्दों पर अलग अलग बेनर पर हड़ताल के रास्तों पर चल रहे कर्मचारी संघ
विभिन्न मांगों को लेकर संयुक्त मोर्चा की हड़ताल 20 को और फेडरेशन की हड़ताल 27 को
एक ही मुद्दों पर अलग अलग बेनर पर हड़ताल के रास्तों पर चल रहे कर्मचारी संघ
रायपुर खबर योद्धा।। केंद्र के समान महंगाई भत्ता और पिछले महंगाई भत्ता एरियर्स को GPF खाते में जमा करने जैसे आर्थिक मांगों को लेकर आंदोलनरत फेडरेशन और संयुक्त मोर्चा के लोग आशान्वित थे कि 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर उनकी मांगे सरकार के द्वारा पूरी कर दी जाएगी परंतु मोदी के जन्मदिन पर कर्मचारियों के लिए मोदी की गारंटी पूरी नहीं हुई। मांगें पूरी नहीं होने पर कर्मचारी जगत में निराशा है ।
उल्लेखनीय है कि केंद्र के समान महंगाई भत्ता और शेष DA एरियर्स कर्मचारियों को देने का वादा भाजपा के घोषणा पत्र मोदी की गारंटी में शामील है। इसलिए इन्हीं दो प्रमुख मांगों को पूरा कराने के लिए प्रदेश के लाखो कर्मचारी इन दिनों आंदोलन का रुख अख्तियार किए हुए हैं।
गरम दल की तरह 4 सूत्रीय मांगों को लेकर फेडरेशन चरणबद्ध आंदोलनरत है और इसी कड़ी में 27 सितंबर को उनका एक दिवसीय सामुहिक अवकाश के साथ धरना प्रदर्शन भी है। वही नरम दल की तरह विचार रखने वाले संयुक्त मोर्चा के लोग 9 सितंबर के आंदोलन को मुख्यमंत्री के आश्वासन पर 19 सितंबर तक स्थगित कर चुके हैं।
इधर सूत्रों पर यकीन करें तो कमल वर्मा के नेतृत्व वाले फेडरेशन के कतिपय लोग दुर्ग के सांसद विजय बघेल के संपर्क में तो दूसरी तरफ संयुक्त मोर्चा के लोग अनिल शुक्ला और मंत्रालय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष महेंद्र सिंह राजपूत के नेतृत्व में वित्त मंत्री ओ पी चौधरी के संपर्क बताए जाते हैं।
*शासन की मजबूरी*
मात्र 9 महीने की सरकार को महतारी वंदन योजना, किसानों को पिछला 2 वर्ष का बोनस भुगतान, किसानों को धान की कीमत 3100 प्रति क्विंटल के दर से भुगतान करने के लिए कई हज़ार करोड़ ₹ का कर्ज लिया गया है। वही कांग्रेस के शासनकाल में 17 प्रतिशत तक महंगाई भत्ता लंबित रहने के स्थिति से शासन भी वाकिफ है।
बहरहाल एक ही मुद्दों पर अलग अलग बेनर पर हड़ताल के रास्तों पर चल रहे कर्मचारी संघ के लोगों की मांगें कब और कैसे पूरी होगी देखना होगा।