प्रतिष्ठित व्यापारी ने नदी में कूदकर की आत्महत्या पहले भी आत्महत्या को लेकर किए थे प्रयास
प्रतिष्ठित व्यापारी ने नदी में कूदकर की आत्महत्या
पहले भी आत्महत्या को लेकर किए थे प्रयास
घर से बिना वाहन मोहारा नदी पहुंचकर क्या नशे की हालत में शहर के कारोबारी ने की आत्महत्या!नदी में मिली लाश
राजनांदगांव रमेश निवल (बालु) शहर के त्रिपदा फोटो कॉपी प्रतिष्ठान से जुड़े कपड़ा कारोबारी 57 वर्षीय सुनील ठक्कर पिता यशवंत भाई निवासी कैलाश नगर की लाश शनिवार को मोहारा नदी में मिली है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव शहर के फोटो कॉपी प्रतिष्ठान से जुड़े कपड़ा कारोबारी 57 वर्षीय सुनील ठक्कर पिता यशवंत भाई निवासी कैलाश नगर की लाश शनिवार को मोहारा नदी में मिली है। पुलिस मर्ग कायम कर विवेचना में जुटी है। सूत्रों के अनुसार सुनील शाम लगभग साढ़े 4 बजे मोहारा स्थित शिवनाथ नदी पहुंचा था। जहां नदी के बीचो-बीच बैठकर उसने सारे कपड़े उतारे जहां लोगों ने मनःस्थिति को भांपा और उसे बिना रेलिंग वाली पुल से हटाया , प्रत्यक्ष दर्शियों ने बताया कि उसके मोबाइल में लगातार घंटी भी आ रहा था लेकिन वह फोन रिसीव नहीं कर रहा था l लोगों के भीड़ को देखकर और हिदायत के बाद फिर दूसरे जगह पर डूबने का सहारा लिया और उसे जगह पर जाकर आखिरकार अपनी इह लीला समाप्त करने में सफल हुआ l सूत्रों के अनुसार कहीं ना कहीं व्यक्तिगत रूप से परेशान था ऐसा ऐसी चर्चा दबी जुबान से शहर में चल रही है।शहर में चल रही चर्चा को माने तो घटना से पहले भी उसने सुसाइड के लिए प्रयास कर चुका था तथा उसे पूर्व में लोगो ने बचाया और घर तक भी पहुंचाया ऐसी जानकारी सूत्रों से मिल रही है। गुजरात और देवादा मे भी इलाज चल रहा था ऐसा भी बताया जा रहा है,एक बार माइनर हार्ट अटैक भी आ चुका था, अंततः दूसरे तीसरे प्रयास में नदी को मौत के लिए चुना और पहुंचकर अपने जीवन लीला समाप्त कर दी l
आखिर क्यों था परेशान
शहर के मध्य में करोड़ों के व्यापार करने वाला सुनील जय स्तंभ चौक में कपड़ा दुकान के व्यापारी था जहां अनेक कर्मचारी भी काम करते हैं l ऐसे में इस व्यापारी का घर से पैदल निकल कर मोहारा नदी पहुंच कर आत्महत्या ने कई सवालों को खड़ा कर दिया है? कि आखिर वह कौन से राज है जिसके चलते सुनील ने मोहारा नदी पहुंचकर स्वयं के जीवन लीला को समाप्त करने का बड़ा निर्णय लेने विवश हुआ l
पुलिस की उपस्थिति के पहले लाश को जल्दबाजी में क्यों लेकर रवाना हुए परिजन?
अमुमन जिस तरह की डूबने वाली घटना सामने आया करती है और इस बात की तस्दीक हो जाती है कि डूबने वाले व्यक्ति को ज्यादा समय पानी में हो गया है और मौत की पुष्टि स्थल पर ही हो गई है ऐसे में लाश को जल्दबाजी में लेकर जाना सवाल खड़े करता है। सबसे बड़ा सवाल यह की पुलिस के बिना पहुंचे ही लाश को निजी वाहन मे डालकर आखिर किसके कहने पर लेजाया गया!
आत्महत्या को दुर्घटना बताए जाने की तैयारी भी
सूत्र की माने तो इस बात को लेकर चर्चा की जा रही है की मोहारा नदी में कूदकर जान देने वाले ने खुदकुशी नहीं की और नहाते वक्त पैर पिसलने से मौत हो गई यह थ्योरी की तैयारी ज्यादा आने की संभावना जताई जा रही है,इसके पीछे क्या गणित चल रहा है ये तो परत के खुलासे होने के बाद सामने आयेगा बहरहाल कई लोगों के मुंह की चर्चाएं होते ही रहेगी जितनी मुंह उतनी बाते।
पुलिस के जांच में होगा खुलासा
पुलिस को घटना की जानकारी लगते ही तत्काल मौके के लिए रवाना हुई जहां पुलिस की गाड़ी और मृतक को लेकर जाने वाले वाहन का बीच रास्ते में ही आमना सामना होना बताया जा रहा । खैर पुलिस मामले को लेकर क्या थ्योरी पेश करेगी यह पोस्टमार्टम बिसरा रिपोर्ट के बाद ही पता चलेगा आखिर मौत के पीछे की कहानी क्या निकल कर सामने आती हैं।