पीसीसी में नवाज खान को निष्कासित करने का दम नहीं❓ नवाज खान की पार्टी से बेवफाई का दर्द कांग्रेस समर्थित कई प्रत्याशी झेल चुके हैं

पीसीसी में नवाज खान को निष्कासित करने का दम नहीं❓
नवाज खान की पार्टी से बेवफाई का दर्द कांग्रेस समर्थित कई प्रत्याशी झेल चुके हैं
राजनांदगांव खबर योद्धा रमेश निवल बालु ।। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खासम खास समझे जाने वाले राजनांदगांव के कांग्रेस नेता नवाज खान को पार्टी से उनकी बेवफाई के लिए निकाले जाने का दाम शायद प्रदेश कांग्रेस कमेटी में नहीं है। वरना जिला कांग्रेस कमेटी के राजनांदगांव के कथन पर विश्वास करके उन्हें कब से पार्टी से निकाला जा चुका होता।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में त्रिस्तरीय जिला पंचायत का चुनाव संपन्न हुआ जिसमें कांग्रेस को करारी शिकस्त मिली है। अब पार्टी की इस पराजय के लिए भले ही प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने समीक्षा कर ली हो। राजनांदगांव में जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण के अध्यक्ष भागवत साहू कांग्रेस का अधिकृत प्रत्याशी थे। तब कांग्रेस के बागी प्रत्याशी अंगेश्वर देशमुख की जीत हुई है। जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण के अध्यक्ष के जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 3 टेड़ेसरा से परास्त होने से कांग्रेस की यहां जमकर किरकिरी हुई है। अपनी हार का कारण कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी श्री साहू ने डोंगरगढ़ निवासी नवाज खान जो जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के प्रशासक रहे है। उन पर तथा डोंगरगांव विधायक दलेश्वर साहू पर लगाया है। जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भागवत साहू ने अपनी नैतिकता का परिचय देते हुए अपने पद से त्यागपत्र दे दिया था और उक्त दोनों नेताओं पर आरोप भी लगाया था। लेकिन इसको प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने शायद गंभीरता से नहीं लिया भले ही भागवत साहू का इस्तीफा पीसीसी चीफ ने उनके घर आकर ना मंजूर किए जाने की बात कही हो तथा उन्हें पद पर बने रहने के लिए निर्देशित किया हो अगर पीसीसी चीफ दीपक बैज को भागवत साहू सही जाचे होंगे तभी उनका इस्तीफा ना मंजूर किया गया है अब सवाल उठता है कि उनके द्वारा नवाज खान और दलेश्वर साहू पर लगाया गया आरोप को आखिर क्यों गंभीरता से नहीं लिया गया क्या पीसीसी चीफ को नवाज खान के आका माने जाने वाले भूपेश बघेल से दबाव पड़ा है❓ कि उनके खिलाफ कार्रवाई न की जाए यदि ऐसा ही है तो पार्टी में अंतर कलह की स्थिति समाप्त होने वाली नहीं है और पार्टी इसी तरह कमजोर बनी रहेगी। जानकारी के अनुसार नवाज खान ने और अभी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के और भी कांग्रेस के बागी प्रत्याशियों को सपोर्ट करके जिताया है। और अन्य जिला पंचायत क्षेत्र में बागी प्रत्याशी को लड़ाकर समीकरण बिगाड़ने का काम किया । यहां तक इनका प्रभाव जनपद पंचायत क्षेत्र में भी देखने को मिला । कहां तक सही है यह पीसीसी को स्वयं संज्ञान में लेकर जांच करनी चाहिए और दोषी पाए जाने वालों को पार्टी के नियम कायदे के अनुसार दंडित करना चाहिए।।