मैं कवर्धा बोल रहा हु कोई मेरी आवाज सुने
मैं कवर्धा बोल रहा हु कोई मेरी आवाज सुने
कवर्धा खबर योद्धा।। मेरे शहर की शुरुवात कुछ अलग ही होती थी लोग जहा सुबह से शाम तक मेहनत मजदूरी कर घर लोटते तो घर के आंगन में बात बच्चो की पढ़ाई तो दिन भर की मजदूरी और लोगो के हाल चाल जानने में बात होती थी ।
हा में कवर्धा बोल रहा हु मेरी आवाज कोई तो सुने आज सुबह से लोग नशे की गिरफ्त में आ रहे है , बात अब किसी की नही होती बस अब तो चर्चाओं में चोरी , दुष्कर्म , अपराधो की ही बात होती है । अवैध शराब की ब्रिकी हो या नशे का कारोबार फैलते ही जा रहा है ।
खेतों में आज शराब की बोतल तो चखने की पाउच मिलती है । आप अगर अब शाम को नदी तालबो की और देखे तो शराबियो की महफिल सजती है । हा में कवर्धा बोल रहा हु मेरी आवाज कोई तो सुने यह नाबालिग के साथ दुष्कर्म के मामले बढ़ते ही जा रहे है सुरक्षा को लेकर अब प्रश्न वाचक चिन्ह लगते जा रहे है ।
बीते 3 माह की बात करे तो अनेक घटना दुर्घटना निकल कर सामने आ रहे । कवर्धा की सुख शांति अब खोते जा रही है । नशे के गिरफ्त में युवा वर्ग आ रहा है । गांव में अब वो बात कहा नशे की महाफिल हर जगह नजर आ रहा है । स्कूल के बाहर मजनू दिख रहे है तो बाजार में जेब कतरे लगे हुए है । हर दिन अखबार में एक नया खबर आ रहा है ।
मेरा कवर्धा कभी उड़ता पंजाब तो कभी बिहार नजर आ रहा है। अपराधो का गढ़ मेरा छत्तीसगढ़ बनते जा रहा है । हत्या , लूट , दुष्कर्म अब आम बात हो गई है , पुराने दिन अब खोते जा रहा है , अच्छे दिन थे वो 90 का दशक जब लोग एक दूसरे की मदद करने बिना बुलाए आ जाते थे , अब तो सब को दो पक्षों में बाटा जा रहा है , छोटा सा विवाद अब राई का पहाड़ बनते जा रहे। में कवर्धा हु मेरी आवाज सुने कोई । हर दिन मेरा दम घुटते जा रहा है ।
आज के मौजूदा समय में बड़ी संख्या में बड़ों के साथ साथ बच्चे भी नशा करने लगे हैं. नशे की यह लत इतनी तेजी से बढ़ रही है कि माता-पिता को भी अपने बच्चों को इससे दूर रखने में मुश्किलें आ रही हैं। बड़ों की तरह अब बच्चे भी सभी प्रकार के नशे का सहारा ले रहे हैं। उन्हें यह मालूम नहीं है कि इसकी वजह से वह किस दलदल में फंसते जा रहे हैं? इस बढ़ते नशे की लत के कारण बच्चों की न केवल सेहत बल्कि उनके करियर पर भी बहुत बुरा असर पड़ रहा है। मेरा कवर्धा उड़ता पंजाब बन रहा है ।