ग्राम पंचायत मड़मड़ा की सरपंच दीपिका ठाकुर ने निजी खर्च से गांव में पढ़ाने रखें दो शिक्षक

 ग्राम पंचायत मड़मड़ा की सरपंच दीपिका ठाकुर ने निजी खर्च से गांव में पढ़ाने रखें दो शिक्षक

 

कवर्धा खबर योद्धा।। तहसील बोड़ला अंतर्गत ग्राम पंचायत मड़मड़ा की सरपंच श्रीमती दीपिका ठाकुर पति पप्पू ठाकुर ने अपने अल्प कार्यकाल में यह सिद्ध कर दिया है कि जनप्रतिनिधि होना केवल पद धारण करना नहीं, बल्कि समाज के प्रति संवेदनशील जिम्मेदारी निभाना भी है। शपथ ग्रहण समारोह के दौरान ग्रामवासियों से किए गए वादे आज व्यवहार में उतरते नजर आ रहे हैं।

सरपंच बनने के बाद बीते कुछ महीनों में ग्राम के कई परिवारों पर दुखों का पहाड़ टूटा। किसी ने परिवार का मुखिया खोया तो किसी ने कमाने वाला सदस्य। ऐसी परिस्थितियों में भावनात्मक पीड़ा के साथ आर्थिक संकट भी खड़ा हो जाता है। इन हालात को समझते हुए श्रीमती दीपिका ठाकुर ने पंचायत निधि का उपयोग किए बिना, अपने निजी खर्च से मृतक परिवारों को सहायता प्रदान की। अब तक वे 25 से अधिक परिवारों को ₹5,000–₹5,000 की आर्थिक मदद दे चुकी हैं। यह सहायता किसी शासकीय योजना के तहत नहीं, बल्कि मानवीय संवेदना से दी गई, जो पीड़ित परिवारों के लिए बड़ा सहारा बनी।

 

शिक्षा के क्षेत्र में भी सरपंच की पहल सराहनीय रही। ग्राम की प्राथमिक शाला में शिक्षकों की कमी से पढ़ाई प्रभावित हो रही थी। इसे देखते हुए उन्होंने अपने निजी खर्च से दो शिक्षकों की व्यवस्था की, जिन पर प्रतिमाह ₹8,000 का व्यय वह स्वयं वहन कर रही हैं। इससे बच्चों की पढ़ाई नियमित हुई और अभिभावकों में संतोष देखने को मिल रहा है।

 

निजी पैसों से सार्वजनिक सेवा की यह मिसाल ग्राम पंचायत मड़मड़ा को अन्य पंचायतों के लिए प्रेरणा बना रही है। यह साबित करता है कि पद से बड़ा कर्तव्य और वचन से बड़ा विश्वास होता है।

जितेन्द्र राज नामदेव

एडिटर इन चीफ - खबर योद्धा

 
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