अपराध का गढ़ बनता जा रहा है डोंगरगढ़ साल दर साल बढ़ता अपराध का ग्राफ

अपराध का गढ़ बनता जा रहा है डोंगरगढ़
साल दर साल बढ़ता अपराध का ग्राफ
राजनांदगांव खबर योद्धा रमेश निवल बालु।। धर्म नगरी डोंगरगढ़ में शराबबंदी लागू है और वहां सबसे ज्यादा दूसरे राज्यों की शराब अवैध रूप से बिक रही है भाजपा जब सरकार में नहीं थी तो शराब को लेकर पूरे 5 वर्ष बहुत हो हल्ला की थी किंतु भाजपा की सरकार में आते ही उन्होंने मौन धारण कर लिया है। राजनांदगांव जिले में अमूमन देखा गया है कि छोटे से छोटे बड़े से बड़े विवाद पर बोलने वाले एवं विवादों का हल निकालने वाले एवं अधिकारियों को फटकार कर समझ कर काम करवाने वाले जिले के दो पूर्व सांसद अभिषेक सिंह एवं मधुसूदन यादव पूरे जिले में हो रही शराब की तस्करी एवं धर्म नगरी डोंगरगढ़ में खुलेआम दूसरे राज्य की शराब के साथ-साथ अन्य गैरकानूनी जो काम वहां हो रहे हैं। उस पर यह दोनों पूर्व सांसद मौन क्यों है आखिर दोनों मौन रहकर किसको बढ़ावा दे रहे हैं?
कुछ दिनों पहले ही जिले के पुलिस अधीक्षक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस लेकर पूरे साल का वार्षिक लेखा-जोखा पेश किया था, जिसमे पिछले वर्ष की तुलना में अधिक अपराधनशा,मर्डर, एक्सीडेंट,छेड़छाड़ इत्यादि/के मामले में बढ़ोतरी बताई गई।
इन अपराधों के रोकथाम के लिए कोई ठोस पहल पुलिस विभाग द्वारा करते दिखाई नही दिया गया ।
बात करे धर्मनगरी डोंगरगढ़ कि तो सबसे अधिक अपराध यहीं देखने मिल रहे है, फिर चाहे देह व्यापार हो, या फिर नशे कि बात हो।
धर्मनगरी के लगभग हर वार्ड में हर वार्ड की लगभग कई मकानों में शराब की अवैध बिक्री जोरशोर पर चल रही है, जहां पर संवाददाता हमेशा अपनी नजरे जमाए रहते हैं जिसमें चौकाने वाले मंजर देखने मिलते है।
पुलिस थाने से महज कुछ ही दूरी पर लोगों ने अपने घरों में ही मयखाना /बार /बना लिया है, इन घरों में शराब पिलाने की समुचित सर्व सुविधा युक्त लोगों के लिए व्यवस्था की गई है।
अब ऐसा तो हो ही नही सकता कि पुलिस से यह सब छिपा हुआ होगा, पुलिस सब जानती ही नही है बल्कि इनको संरक्षण भी देती है, अन्यथा, इस प्रकार नशा खोरी के कार्य को खुले आम बेखोफ कर पाना किसी के बस की बात नही।
धर्मनगरी में लगभग प्रायः सभी होटलों के देहव्यापार का काम भी फलफूल रहा है,वही होटलों में शराब भी परोसी जा रही है, चौक चौराहों के पान ठेलो और घरों में गांजा,बेचना आम बात है।
वहीं दूसरे राज्यों से शराब की तस्करी और मवेशियों की तस्करी के सबसे आसान रास्ता धर्मंनगरी बना हुआ है।
ऐसे में पुलिस की कारगुजारी पर सवाल उठना भी वाजिब है।
चेतावनी का नहीं हुआ असर
विधानसभा अध्यक्ष एवं राजनांदगांव के विधायक डॉ रमन सिंह की स्पष्ट चेतावनी कोच्चिया नाम का प्राणी दिखाई नहीं देगा को आबकारी विभाग ने तो पूरी तरह नजअंदाज कर रखा है पर ऐसा प्रतीत होता है की डॉक्टर साहब की इस गंभीर चेतावनी को उनकी पार्टी के ही बड़े से बड़े पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने भी नजर अंदाज कर रखा है तभी तो अभिषेक सिंह जी और मधुसूदन यादव जी ने मौन धारण कर रखा है अवैध शराब बिक्री को लेकर दोनों ने कभी कोई कार्रवाई करने की बात नहीं की दोनों पूर्व सांसद के मौन धारण करने का कारण जनता एवं आम लोगो को समझ नहीं आ रहा है
कुछ दिन पूर्व राजनांदगांव कलेक्टर संजय अग्रवाल ने बैठक में कहा था की स्कूल के आसपास नशीले पदार्थों के अवैध बिक्री पर कड़ी कार्रवाई करें उन्होंने यहां भी कहा था कि यदि कोई व्यक्ति नशे की गिरफ्त में आ जाए तो नशे की आदत से वापस आना दुष्कर होता है। युवाओं को नशे से दूर रहना चाहिए । जिले में पुनर्वास केंद्र है ऐसे युवाओं को नशे की लत से दूर करके समाज की मुख्य धारा में लाना है।