धर्म विरोधियों की बंधेगी ठठरी – धीरेंद्र शास्त्री जी महाराज
कवर्धा । खबर योद्धा ।-धर्मनगरी कवर्धा में 3 दिवसीय आयोजित हनुमान कथा में धीरेंद्र शास्त्री जी महाराज का रविवार को कवर्धा आगमन होते ही जहां उनका जमकर स्वागत किया गया। इसके साथ ही जगह जगह उनके स्वागत के लिए लोग सड़कों पर खड़े रहे,वही रविवार को पहले दिवस जहां धीरेंद्र शास्त्री जी महाराज के द्वारा हनुमत कथा कही गई,इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम ठीक समय में कवर्धा आए हुए हैं । और धर्म विरोधियों की अब ठठरी बनने वाली है,उन्होंने आगे कहा कि रायपुर की कथा में हमारे शिष्य छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने उनसे मुलाकात की थी,जहां धर्मविरोधियों पर उन्होंने कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की बात कही।
इसके साथ ही हम आपको बताना चाहेंगे कि आज कार्यक्रम के आयोजन को लेकर जहां एक लाख से ज्यादा भक्तों की भीड़ लगी हुई थी वहीं सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस प्रशासन भी काफी चौकन्ना नजर आ रहा था,लोगों के वहां बैठने करने के लिए जहां अलग अलग व्यवस्था की गई है,तो वही बहुत सारे बाहर से लोग आकर यहां दुकान भी लगाए हुए है।
धीरेंद्र शास्त्री महाराज ने कवर्धा कांड को लेकर भी अपनी बातों को रखा और कहा कि धर्म विरोधियों की अब ठठरी बनने वाली है । उन्होंने कहा कि 2023 में वे छत्तीसगढ़ आए हुए थे वही 2024 में । साल बदल गया और छत्तीसगढ़ का हाल बदल गया। इसके साथ ही जब सीएम और दोनों डिप्टी सीएम उनसे मुलाकात करने आए तो धीरेंद्र शास्त्री जी ने कहा कि धर्म विरोधियों को अब सिर्फ ठिकाने ही लगाना है । और आगे कहा की लगातार छत्तीसगढ़ में विकास करना है । छत्तीसगढ़ में सिर्फ खुशी हो जो धर्म के विरोधी हो मानवता के विरोधी हो ऐसे लोगों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करना चाहिए।
इसके साथ ही अब कवर्धा में बुलडोजर भी आ गया है और कार्रवाई लगातार जारी है।
29 को लगेगा दिव्य दरबार
आज सोमवार को धीरेंद्र शास्त्री महाराज का सुबह 11 बजे से 1:00 बजे तक दिव्य दरबार कार्यक्रम स्थल में लगेगी,जहां लोगों की अर्जियां सुनी जाएगी। वही शाम 4:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक श्री हनुमत कथा रहेगी जिसका सीधा प्रसारण भी किया जा रहा है । जिसे लेकर देर रात से ही लोग कार्यक्रम स्थल पर डटे रहे। ज्ञात होगी कार्यक्रम स्थल पर ही डेढ़ लाख से अधिक लोगों की भोजन व्यवस्था की गई है,दिन भर बड़ी संख्या में लोगों ने भोजन प्रसादी ग्रहण किया।