कवर्धा नगरपालिका में संविलियन को लेकर विवाद, मूल कर्मचारियों में बनी नाराजगी

कवर्धा नगरपालिका में संविलियन को लेकर आपत्ति, मूल कर्मचारियों में बनी नाराजगी
दुर्ग क्षेत्रीय कार्यालय को सौंपी गई आपत्ति, संविलियन प्रक्रिया पर रोक लगाने की मांग
कवर्धा खबर योद्धा।। नगर पालिका परिषद कवर्धा में सहायक ग्रेड-2 और लेखापाल के रिक्त पदों पर चल रही संविलियन प्रक्रिया को लेकर मूल निकाय के कर्मचारियों ने तीखी आपत्ति दर्ज कराई है। इस मामले में कर्मचारियों ने संचालनालय नगरीय प्रशासन एवं विकास, अटल नगर रायपुर और संयुक्त संचालक कार्यालय दुर्ग को लिखित आपत्ति भेजते हुए संविलियन की कार्रवाई को तत्काल निरस्त करने की मांग की है।

आपत्ति में कहा गया है कि नगर पालिका परिषद कवर्धा में सहायक ग्रेड-2 और लेखापाल के एक-एक पद पदोन्नति के लिए रिक्त हैं। इन पदों पर मूल निकाय के कर्मचारियों की वर्षों की सेवा और पदोन्नति की प्रतीक्षा रही है। लेकिन अब जब पद रिक्त हुए हैं, तो बाहरी निकायों से स्थानांतरित कर्मचारियों को संविलियन के माध्यम से स्थायी रूप देने की प्रक्रिया शुरू की गई है।
मूल निकाय के कर्मचारियों का कहना है कि वे 15 से 20 वर्षों से नगरपालिका में सेवा दे रहे हैं। पद रिक्त न होने के कारण उन्हें कभी पदोन्नति का अवसर नहीं मिला। अब जब पद रिक्त हुए हैं, तो दूसरे निकायों से आए कर्मचारियों को प्राथमिकता दी जा रही है, जिससे न केवल उनके अधिकारों का हनन हो रहा है, बल्कि वर्षों की निष्ठा और सेवा के साथ अन्याय भी हो रहा है।
आपत्ति पत्र में स्पष्ट रूप से मांग की गई है कि अन्य निकायों के कर्मचारियों का कवर्धा नगरपालिका में संविलियन तत्काल प्रभाव से रोका जाए और वर्तमान प्रक्रिया को निरस्त कर मामले को स्थायी रूप से बंद किया जाए।
कर्मचारियों की इस आपत्ति से स्पष्ट है कि नगर पालिका परिषद कवर्धा के भीतर कर्मचारियों के बीच गहराता असंतोष अब प्रशासन के सामने गंभीर चुनौती बनकर उभर रहा है। यदि समय रहते न्यायोचित निर्णय नहीं लिया गया, तो यह विवाद और भी गहरा सकता है।
प्रतिलिपिः इन्हें सौंपा
संयुक्त संचालक क्षेत्रीय कार्यालय नगरीय प्रशासन एवं विकास दुर्ग छ.ग. को सादर सूचनार्थ।
मुख्य नगर पालिका अधिकारी नगर पालिका परिषद कवर्धा को सादर सूचनार्थ।
इस पूरे विषय को लेकर खबर योद्दा ने नगर पालिका के अधिकारी से चर्चा करना चाहा लेकिन उन्हों ने मीटिंग में होने की बात कहते हुए इस विषय पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी ।
वही आपत्तिकर्ता ने पूरे मामले की जांच कर निष्पक्ष कार्यवाही किए जाने की मांग रखी और शिकायत भी दर्ज कराया हैं।
अब देखना यह होगा कि इस पूरे विषय में जांच के बाद क्या निर्णय निकल कर सामने आता है ।