केन्द्र सरकार की प्रस्तावित यूपीएस योजना की अस्पष्टता के कारण कर्मचारियों में असमंजस
केन्द्र सरकार की प्रस्तावित यूपीएस योजना की अस्पष्टता के कारण कर्मचारियों में असमंजस
कवर्धा खबर योद्धा ।। सर्व कर्मचारी संयुक्त मोर्चा कबीरधाम के संचालक सदस्य एवं छत्तीसगढ़ प्रदेश शिक्षक फैडरेशन कबीरधाम जिला अध्यक्ष प्रमोद शुक्ला एवं प्रवक्ता नंद शर्मा ने केंद्र सरकार के यूपीएस योजना पर अपने विचार स्पष्ट शब्दों में रखे। उन्होंने कहा कि UPS, OPS का जवाब नहीं है परन्तु NPS. से अच्छा लग रहा है। हालांकि अभी कुछ बातें स्पष्ट नहीं हुई है जिसपर अंतिम राय बनेगा परन्तु तात्कालिक रूप से इसे निम्न बिंदुओं पर उसे समझाएं है। अभी कुछ बातें और स्पष्ट होना बाकी है। उनके विचार निम्नानुसार है ।
OPS का NPS या UPS कोई विकल्प ही नहीं है
परन्तु फिर भी
1. यूपीएस में अंतिम 12 माह के बेसिक सेलरी का आधा देकर मंहगाई भत्ता पेंशन के रूप में दे रही है। यह सुनिश्चित है जो NPS से बहुत ही अच्छा है हालांकि OPS के तुल्य नहीं पर भी इसका स्वागत किया जा सकता है।
2. कर्मचारी के मृत्यु उपरांत उसके परिवार को वर्तमान ओपीएस के 50% के स्थान पर 60% पेंशन देने का प्रस्ताव है जिसका स्वागत होना चाहिए।
3. उपरोक्त दोनों बातें NPS. से अच्छी है। परन्तु
4. ग्रेज्युटी जो वर्तमान में प्रत्येक 6 माह में 15 दिन के बराबर वेतन देती है उसे कम करके केवल 3 दिनों की दे रही है। जो गलत है।
5. यदि एनपीएस की भांति सेवानिवृत्ति पर कुल जमा धन का 60% का नगदी करण करके फिर सुनिश्चित पेंशन देती है तो इस स्कीम का स्वागत किया जाना चाहिए। यदि केवल अंतिम माह के वेतन का 6 माह के बराबर वेतन और प्रस्तावित ग्रेज्युटी देकर कर्मचारी को विदा कर रहे हैं तब यह बाकी सभी अच्छाइयों को यह एक बिंदु ही नष्ट कर रहा है।
6. अभी इसपर विस्तृत प्रस्ताव आना है जिसके पहले इस पर और ज्यादा टिप्पणी शीघ्रता होगी।