वनांचल के बच्चे आने वाले समय में समाज का भविष्य – पुलिस महानिरीक्षक अभिषेक शांडिल्य

वनांचल के बच्चे आने वाले समय में समाज का भविष्य – पुलिस महानिरीक्षक अभिषेक शांडिल्य
कवर्धा खबर योद्धा ।। पुलिस महानिरीक्षक अभिषेक शांडिल्य ने केवल ग्रामीणों से आत्मीय बातचीत की, बल्कि पारंपरिक वाद्य यंत्र ‘मांदर’ भी बजाकर आदिवासी संस्कृति के प्रति अपना आदर प्रकट किया। उन्होंने कहा कि पुलिसिंग का मूल उद्देश्य केवल कानून व्यवस्था तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज के हर वर्ग तक विश्वास, सुरक्षा और विकास के संदेश को पहुंचाना हमारी जिम्मेदारी है।
ज्ञात हो कि
राजनांदगांव रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) अभिषेक शांडिल्य ने कबीरधाम जिले के पुलिस अधीक्षक धमेन्द्र सिंह (आईपीएस) के साथ जिले के सुदूर वनांचल क्षेत्र का दौरा किया। पुलिस महानिरीक्षक शांडिल्य ने थाना चिल्फी अंतर्गत ग्राम पंचायत बोककरखार के आश्रित ग्राम तेंदुपड़ाव पहुंचकर कबीरधाम पुलिस द्वारा संचालित अस्थायी प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण किया। यह स्कूल विशेष रूप से बैगा जनजाति के बच्चों की शिक्षा के लिए प्रारंभ किया गया है, जहां नियमित रूप से बच्चों को बुनियादी शिक्षा दी जा रही है। इस अवसर पर पुलिस महानिरीक्षक ने स्कूल के नन्हे विद्यार्थियों को शैक्षणिक सामग्री (कॉपियां, पुस्तकें, पेन-पेंसिल, रंग सामग्री, स्कूल बैग आदि) वितरित की। बच्चों के चेहरों पर खुशी और आत्मविश्वास का भाव साफ दिखाई दिया। ग्राम तेंदुपड़ाव पहुंचने पर ग्रामीणों ने छत्तीसगढ़ी परंपरा अनुसार पुलिस महानिरीक्षक का आत्मीय स्वागत किया। बैगा समाज के वरिष्ठजनों ने उन्हें ‘पारंपरिक पागा’ पहनाया और ‘बिरन माला’ भेंट कर सम्मानित किया। यह दौरा सामाजिक सरोकारों, शिक्षा और ग्रामीणों से आत्मीय संवाद के उद्देश्य से किया गया, जिसमें पुलिस और आमजन के बीच भरोसे की नई बुनियाद रखी गई।
पुलिस महानिरीक्षक अभिषेक शांडिल्य ने केवल ग्रामीणों से आत्मीय बातचीत की, बल्कि पारंपरिक वाद्य यंत्र ‘मांदर’ भी बजाकर आदिवासी संस्कृति के प्रति अपना आदर प्रकट किया। उन्होंने कहा कि पुलिसिंग का मूल उद्देश्य केवल कानून व्यवस्था तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज के हर वर्ग तक विश्वास, सुरक्षा और विकास के संदेश को पहुंचाना हमारी जिम्मेदारी है। वनांचल के ये बच्चे आने वाले समय में समाज का भविष्य हैं, और इन्हें शिक्षित कर मुख्यधारा से जोड़ना हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने यह भी कहा कि कबीरधाम पुलिस द्वारा जिस लगन और संवेदनशीलता से इस क्षेत्र में कार्य किया जा रहा है, वह पूरे प्रदेश के लिए एक उदाहरण है। उन्होंने तेंदुपड़ाव प्रवास के दौरान ग्रामीणों से सीधा संवाद किया गया। उन्होंने ग्रामीणों की समस्याएं भी सुनीं और यथासंभव समाधान का आश्वासन दिया। उन्होंने पुलिस और प्रशासन के बीच समन्वय से क्षेत्रीय विकास की अपार संभावनाओं को रेखांकित किया।
कबीरधाम जिले के पुलिस अधीक्षक धमेन्द्र सिंह (आईपीएस) ने कहा कि पुलिस विभाग केवल सुरक्षा तक सीमित नहीं, बल्कि हम सामाजिक विकास में भी योगदान देने का प्रयास कर रहे हैं। सुदूर अंचलों में शिक्षा की रोशनी फैलाना हमारी प्रमुख पहल है।
वनांचल में नशामुक्ति, बाल विवाह रोकथाम और शिक्षा जैसे विषयों पर लगातार जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पुष्पेन्द्र बघेल, डीएसपी श्री संजय ध्रुव, श्री अखिलेश कौशिक, भूपत सिंह, आशीष शुक्ला, चिल्फी थाना प्रभारी उमाशंकर राठौर, सरपंच मंगतू बैगा सहित अन्य अधिकारी एवं जवान उपस्थित रहे। यह दौरा न केवल प्रशासनिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रहा, बल्कि इससे पुलिस और ग्रामीणों के बीच सौहार्द, सहयोग और विश्वास का सेतु और अधिक मजबूत हुआ।