जिले में अब तक 18,03,260 क्विंटल धान की खरीदी, 44,771.96 लाख रूपए से अधिक का सीधा भुगतान

जिले में अब तक 18,03,260 क्विंटल धान की खरीदी, 44,771.96 लाख रूपए से अधिक का सीधा भुगतान

36 हजार 915 से अधिक किसानों ने बेचा धान

जिले के 108 उपार्जन केंद्रों पर निर्बाध खरीदी से जिले में उत्साह का माहौल

 

कवर्धा खबर योद्धा।। समर्थन मूल्य पर धान खरीदी को लेकर जिले में किसानों के चेहरे पर संतोष और भरोसे की झलक साफ दिखाई दे रही है। शासन के स्पष्ट एवं ठोस निर्देशों तथा कलेक्टर  गोपाल वर्मा के निरंतर एवं प्रभावी मार्गदर्शन में जिले के 108 उपार्जन केंद्रों पर धान खरीदी की प्रक्रिया पूरी तरह सुव्यवस्थित, पारदर्शी और किसान-हितैषी ढंग से संचालित की जा रही है।

 

     प्रशासन ने किसानों की सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए टोकन जारी करने से लेकर उपार्जन केंद्र तक सुगम पहुंच, धान की सटीक तौल, निर्बाध खरीदी एवं त्वरित भुगतान तक संपूर्ण प्रक्रिया को सरल, समयबद्ध और सुचारू बनाया है। इन ठोस व्यवस्थाओं का सकारात्मक परिणाम यह है कि किसान बिना किसी परेशानी के, पूरे भरोसे के साथ, समय पर अपना धान विक्रय कर पा रहे हैं, जिससे जिले में शासन एवं प्रशासन के प्रति विश्वास और मजबूत हुआ है। कलेक्टर ने स्पष्ट किया है कि किसानों की सुविधा, पारदर्शिता और समय पर भुगतान प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

 

अब तक 36 हजार 915 से अधिक किसानों ने बेचा धान

 जिले में अब तक 36915 से अधिक किसानों ने समर्थन मूल्य पर अपना धान विक्रय किया है। इनमें 22682 सीमांत किसान, 9510 लघु किसान एवं 4723 बड़े किसान शामिल हैं। धान खरीदी में लघु एवं सीमांत किसानों को प्राथमिकता दिए जाने से छोटे किसानों को सीधा लाभ मिल रहा है और उनमें संतोष का भाव स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है।

 

सुगमता से हो रही धान खरीदी, भुगतान में पूर्ण पारदर्शिता

 

अब तक जिले में 1,80,326 क्विंटल धान की खरीदी की जा चुकी है। प्रशासन द्वारा यह सुनिश्चित किया गया है कि किसानों को धान विक्रय के पश्चात भुगतान में किसी प्रकार की देरी न हो। इसके परिणामस्वरूप किसानों के बैंक खातों में अब तक 44771.96 लाख रुपए से अधिक की राशि का सीधा भुगतान किया जा चुका है। जिले में लगभग 30.53 हेक्टेयर रकबा समर्पित किया गया है, जिससे अन्य किसानों को भी समय पर धान विक्रय का अवसर मिल रहा है। रकबा समर्पण से वास्तविक किसानों को सीधा लाभ मिल रहा है और कोचियों व बिचौलियों द्वारा अवैध धान विक्रय की संभावनाओं पर प्रभावी रोक लगी है।

 

उपार्जन केंद्रों पर सभी आवश्यक सुविधाएं

 

सभी उपार्जन केंद्रों पर किसानों के लिए बैठने की व्यवस्था, छांव, पेयजल, तौल मशीनों की उपलब्धता एवं सुव्यवस्थित खरीदी सुनिश्चित की गई है। समिति प्रबंधकों एवं केंद्र प्रभारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि धान विक्रय के दौरान किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। धान खरीदी की इस सुव्यवस्थित, पारदर्शी और संवेदनशील व्यवस्था से जिले में सकारात्मक माहौल बना है और किसान संतोष एवं भरोसे के साथ धान विक्रय कर रहे हैं।

 

तूहर टोकन ऐप अब 24×7 उपलब्ध

 

जिला खाद्य अधिकारी ने बताया कि किसानों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन तूहर टोकन ऐप के साथ-साथ ऑफलाइन टोकन व्यवस्था भी लागू की गई है, जिससे डिजिटल माध्यमों में असहज किसानों को भी राहत मिल रही है। राज्य सरकार ने किसानों के हित में बड़ा निर्णय लेते हुए तूहर टोकन ऐप को 24 घंटे, सातों दिन उपलब्ध करा दिया है। अब किसानों को टोकन लेने के लिए किसी निर्धारित समय की बाध्यता नहीं रहेगी। किसान 13 जनवरी तक अगले 20 दिनों के लिए टोकन प्राप्त कर सकेंगे। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के निर्देश पर 2 एकड़ एवं 2 एकड़ से कम रकबा वाले किसानों को विशेष राहत देते हुए 31 जनवरी तक टोकन लेने की सुविधा प्रदान की गई है, जिससे लघु किसानों को वास्तविक लाभ मिल रहा है।

 

जितेन्द्र राज नामदेव

एडिटर इन चीफ - खबर योद्धा

 
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