लालपुरकला में पटवारी प्रभार को लेकर हंगामा, ग्रामीणों ने दिया चक्का जाम का अल्टीमेटम

लालपुरकला में पटवारी प्रभार को लेकर हंगामा, ग्रामीणों ने दिया चक्का जाम का अल्टीमेटम

कवर्धा खबर योद्धा।। बोड़ला तहसील के लालपुरकला गांव में पटवारी के प्रभार को लेकर प्रशासनिक लापरवाही के खिलाफ अब ग्रामीणों का सब्र टूटने लगा है। गांव के प.ह.नं. 37 (मूल) और 33 (अतिरिक्त) में नए पटवारी नंदूराम राडेकर का तबादला हो चुका है, लेकिन पुराने पटवारी लीलक राम साहू अब तक उन्हें चार्ज देने तैयार नहीं हैं। ग्रामीणों ने तीन बार आवेदन दिया, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। अब उन्होंने जिला प्रशासन को तीन दिन का अल्टीमेटम देते हुए चेतावनी दी है कि यदि तय समय में कार्रवाई नहीं हुई तो वे सिग्नल चौक कवर्धा बस स्टैंड में चक्का जाम करेंगे।

तबादला हो गया, फिर भी पुराने पटवारी नहीं हटे

 

लालपुरकला के ग्रामीणों ने बताया कि लीलक राम साहू का स्थानांतरण प.ह.नं. 34 और 44 में हो चुका है, इसके बावजूद वे प.ह.नं. 37 और 33 में ही डटे हुए हैं। नतीजतन नये पटवारी नंदूराम राडेकर को अभी तक प्रभार नहीं मिल पाया है। इससे गांव में आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र सहित तमाम राजस्व संबंधी काम ठप हो गए हैं।

 

काम नहीं हो रहे, लोगों को हो रही परेशानी

 

गांव के लोगों का कहना है कि पिछले कुछ महीनों से जरूरी प्रमाणपत्र और दस्तावेजों के लिए उन्हें बार-बार तहसील और दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं, लेकिन पटवारी प्रभार नहीं मिलने की वजह से उनका काम नहीं हो पा रहा। कुछ लोगों के काम अधूरे पड़े हैं तो कुछ का आवेदन ही अटका हुआ है।

 

तीन बार आवेदन दिया, पर कार्रवाई नहीं

 

ग्रामीणों ने बताया कि इस मामले में वे तीन बार कलेक्टर कार्यालय में आवेदन दे चुके हैं, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब उन्होंने साफ कर दिया है कि अगर तीन दिन के भीतर नये पटवारी को चार्ज नहीं मिला तो ग्रामीण सड़कों पर उतरकर चक्का जाम करेंगे। इसकी जिम्मेदारी पूरी तरह जिला प्रशासन की होगी।

 

आदेश की कॉपी भी संलग्न, फिर भी निष्क्रियता

 

ग्रामीणों ने आवेदन के साथ कलेक्टर कार्यालय से जारी स्थानांतरण आदेश (क्रमांक एफ 2-48/2014) की कॉपी भी लगाई है। इसके बावजूद कोई हल नहीं निकाला गया। ग्रामीणों ने यह सवाल उठाया है कि जब शासन स्तर से आदेश जारी हो चुका है, तब उसे लागू क्यों नहीं किया जा रहा?

 

अब ग्रामीणों की नजर प्रशासन की अगली कार्रवाई पर टिकी है। अगर समय रहते हल नहीं निकला, तो बोड़ला तहसील का यह मामला जिलेभर में आंदोलन की शक्ल ले सकता है।

जितेन्द्र राज नामदेव

एडिटर इन चीफ - खबर योद्धा

 
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