स्वास्थ्य मंत्री और स्वास्थ्य सचिव अमित कटारिया का नाम लेकर दी धमकी ऐंठी मोटी रकम कवर्धा का मामला
स्वास्थ्य मंत्री और सचिव के नाम पर ठगी बड़ा मामला
कवर्धा में फर्जी कॉल कर स्वास्थ्य कर्मियों से लाखों की उगाही, कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से शिकायत
कवर्धा खबर योद्धा ।। छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले के स्वास्थ्य विभाग में फर्जी कॉल के जरिए कर्मचारियों से अवैध उगाही का बड़ा मामला निकलकर सामने आया है। स्वास्थ्य मंत्री और स्वास्थ्य सचिव अमित कटारिया का नाम लेकर धमकी दी गई और विभागीय कर्मचारियों से मोटी रकम ऐंठी गई। इस गंभीर मामले में जिला स्वास्थ्य कर्मचारी संघ और स्वयं स्वास्थ्य विभाग ने जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से शिकायत की है और सख्त कार्रवाई की मांग की है। इस ठगी में दो अज्ञात नंबर का इस्तेमाल किया गया। कॉल करने वाली महिला ने स्वयं को स्वास्थ्य सचिव का निज सचिव बताया और कहा कि कर्मचारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी। स्थानांतरण किया जाएगा। एक पत्रकार को उच्च धनराशि देने के निर्देश हैं।

पहले ही वसूले जा चुके हजारों रुपये
स्वास्थ्य विभाग के खंड चिकित्सा अधिकारी, लोहारा एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र निभौरी के प्रभारी से 10,000 रुपये पहले ही वसूले जा चुके हैं। इसके अलावा, अन्य कर्मचारियों से भी हजारों-लाखों रुपये उगाहे जाने की आशंका है। अब भी इन नंबरों से कर्मचारियों को फोन कर धमकियां दी जा रही हैं, जिसमें उन्हें नोटिस भेजने और आर्थिक लेन-देन करने का दबाव डाला जा रहा है।

फर्जी पत्रकारिता का भी हुआ इस्तेमाल
इस मामले में सिर्फ फोन कॉल के जरिए ठगी नहीं हुई, बल्कि फर्जी पत्रकारिता का सहारा लेकर भी कर्मचारियों पर दबाव बनाया गया। एक स्वयंभू पत्रकार विभागीय कर्मचारियों से आरटीआई के माध्यम से गोपनीय जानकारी जुटाता था। इसके बाद, सूचनाओं को तोड़-मरोड़कर भ्रामक और अपमानजनक खबरें प्रकाशित करता था। इन खबरों को हथियार बनाकर प्रशासन और उच्च अधिकारियों से शिकायत करने की धमकी दी जाती थी। इसके बदले भारी रकम वसूली जाती थी। जिला स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने आरोप लगाया है कि यह पूरा मामला एक संगठित ठगी गिरोह का हिस्सा हो सकता है, जिसका मकसद सरकारी विभागों को बदनाम करना और कर्मचारियों से अवैध उगाही करना है।
स्वास्थ्य विभाग और कर्मचारी संघ ने कलेक्टर और sp को किया शिकायत
इस मामले पर स्वास्थ्य विभाग और जिला स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को औपचारिक शिकायत दी है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। शिकायत में छह प्रमुख बिंदुओं पर कार्रवाई की मांग की गई है ।
जिसमे अज्ञात नंबरों से कॉल करने वालों की पहचान कर जांच की जाए और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई हो। अगर यह संगठित साइबर ठगी और जबरन उगाही का मामला साबित होता है, तो कानूनी कार्रवाई की जाए। फर्जी पत्रकारिता के नाम पर अवैध उगाही करने वाले तथाकथित पत्रकारों की गहन जांच हो। स्वास्थ्य विभाग की गोपनीय जानकारी लीक करने वाले विभागीय कर्मचारियों की पहचान कर कार्रवाई हो। प्रशासन को इस तरह की ठगी रोकने के लिए सख्त नियम बनाने चाहिए, ताकि भविष्य में सरकारी अधिकारी-कर्मचारी सुरक्षित रहें। यह मामला केवल स्वास्थ्य विभाग तक सीमित नहीं है, बल्कि अन्य सरकारी विभागों में भी इसी तरह की ठगी हो रही है, इसलिए व्यापक जांच कर पूरे गिरोह का पर्दाफाश शामिल है।
वर्सन-
यह मामला बेहद गंभीर है। अज्ञात नंबरों से कॉल कर ठगी करने वालों की पहचान के लिए तकनीकी जांच शुरू कर दी गई है। यदि इसमें संगठित गिरोह या विभागीय सूत्रों की संलिप्तता पाई जाती है, तो कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
कृष्णा चंद्राकर, डीएसपी कबीरधाम
