स्वदेश दर्शन योजना 2.0 के तहत भोरमदेव मंदिर परिसर और आस-पास के ऐतिहासिक स्थलों का होगा व्यापक विकास

स्वदेश दर्शन योजना 2.0 के तहत भोरमदेव मंदिर परिसर और आस-पास के ऐतिहासिक स्थलों का होगा व्यापक विकास
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा एवं छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के अध्यक्ष नीलू शर्मा ने भोरमदेव क्षेत्र का अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया और विकास कार्यों की रूपरेखा पर विस्तार से चर्चा की
कवर्धा खबर योद्धा।। छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रदेश में पर्यटन विकास के लिए विशेष जोर दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री साय के मंशानुरूप उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के विशेष प्रयासों से छत्तीसगढ़ के ऐतिहासिक, पुरात्तव,पर्यटन एवं जन आस्था के केन्द्र बाबा भोरमदेव मंदिर परिसर से लेकर पुरातत्व महत्व के स्थल मड़वा महल, छेरकी महल, रामचुवा से लेकर सरोदा जलाशय तक पर्यटन कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा।
भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय ने स्वदेश योजना के तहत भोरमदेव कॉरिडोर निर्माण,एतिहासिक मंदिरों के सरंरक्षण एवं संवर्धन और पर्यटन विकास के लिए 146 करोड़ रूपए की मंजूरी दे दी है। उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा के निर्देश पर छत्तीसगढ़ पर्यटन, पुरात्तव विभाग एवं कबीरधाम जिला प्रशासन के साझा प्रयासों से पर्यटन विकास की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए कार्ययोजना भी तैयार कर ली गई है।
उपमुख्यमंत्रीं विजय शर्मा ने आज शनिवार को दिल्ली जाने से पहले सुबह छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के नवनियुक्त अध्यक्ष नीलू शर्मा एवं पर्यटन विभाग के अधिकारियों कलेक्टर एवं जनप्रतिनधियों के साथ छत्तीसगढ़ के एतिहासिक भोरमदेव मंदिर परिसर में बैठक लेकर स्वदेश योजना के तहत विकसित होने वाले भोरमेदव कॉरिडोर विकास कार्यों के संबंध में गहन समीक्षा की एवं ग्रामीण और जनप्रतिनधियों के साथ बैठक लेकर विचार-विमर्श भी किया। बैठक के बाद उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने पर्यटन मंडल के अध्यक्ष नीलू शर्मा, छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल एवं पुरातत्व एवं संस्कृति विभाग के संचालक एवं प्रबंध संचालक श्री विवेक आचार्य, कलेक्टर गोपाल वर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष ईश्वरी साहू, उपाध्यक्ष कैलाश चन्द्रवंशी सहित स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के साथ मंदिर परिसर सहित महोत्सव स्थल, प्राचीन सरोवर एवं अन्य स्थलों का निरीक्षण किया। निरीक्षण एवं बैठक में छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के प्रबंध संचालक श्री आचार्य ने स्वदेश योजना के तहत पर्यटन विकास के लिए विकसित होने वाले कार्यां को विस्तार ने जानकारी भी दी।
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने अधिकारियों एंव जनप्रतिनधियों के साथ भोरमदेव मंदिर परिसर में बैठक में स्वदेश योजना के तहत कबीरधाम जिले में पर्यटन विकास पर विशेष जोर दिया। उन्होने कहा कि स्वदेश योजना के पर्यटन विकास के मानचित्र में छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले को राष्ट्रीय पहचान मिलने वाली है। केन्द्र की नरेन्द्र मोदी की सरकार ने स्वदेश दर्शन योजना 2.0 के अंतर्गत भोरमदेव मंदिर सहित क्षेत्र के अन्य ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक स्थलों के संरक्षण, संवर्धन और समग्र विकास के लिए 146 करोड़ रुपये की महत्वाकांक्षी परियोजना को मंजूरी दी है। स्वदेश योजना के तहत भोरमदेव कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा।
जिससे भोरमदेव मंदिर सहित आसपास के मंदिर और पर्यटन क्षेत्र कनेक्ट होंगे। पर्यटन मंडल के अधिकारियों द्वारा प्रारंभ स्थल से लेकर अंतिम स्थल तक की विस्तृत कार्य योजना की जानकारी प्रस्तुत की गई। इस दौरान उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि परियोजना की व्यापक कार्य योजना को शीघ्र क्रियान्वित करने के लिए ठोस और प्रभावी कदम उठाए जाएं, ताकि क्षेत्र का पर्यटन विकास तेज़ी से आगे बढ़ सके।
बैठक में बताया गया बाबा भोरमदेव मंदिर के इतिहास में पहली बार एक हजार वर्षों में वाटर ट्रीटमेंट की ऐतिहासिक पहल की गई है। अब इस पुरातात्विक और धार्मिक धरोहर को नया जीवन देने के उद्देश्य से भारत सरकार द्वारा ‘भोरमदेव कॉरिडोर’ विकसित किया जा रहा है, जिसके अंतर्गत मुख्य मंदिर परिसर समेत क्षेत्र के अनेक ऐतिहासिक स्थलों का समग्र विकास किया जाएगा। भारत दर्शन योजना के तहत मुख्य मंदिर का भव्य रूप से विकास किया जाएगा, जिसमें 6 शानदार प्रवेश द्वार बनाए जाएंगे। इनमें नागद्वार, पार्क, संग्रहालय, और अन्य प्रमुख स्थानों पर विशेष द्वार स्थापित किए जाएंगे। पूरे मंदिर परिसर को एकीकृत स्वरूप देने के लिए परिधि दीवारों का संवर्धन किया जाएगा।
भोरमदेव मंदिर, जो एक विशाल प्राकृतिक चट्टान पर स्थित है, उसके समीप एक अत्याधुनिक संग्रहालय का निर्माण प्रस्तावित है, जो वर्तमान संग्रहालय की तुलना में चार से पाँच गुना बड़ा होगा। इसके तहत गार्डन तक पहुँचने के लिए नई सीढ़ियों का निर्माण, बैठने के लिए पिलर हॉल, चिल्ड्रन पार्क, प्रसाद मंडप (रसोई सहित), अनुष्ठान भवन, यज्ञ स्थल एवं सार्वजनिक शौचालय, नागद्वार तक रैंप और सीढ़ियों की सुविधा, मुख्य प्रवेश द्वार और मेला ग्राउंड की ओर से पार्किंग सहित प्रवेश द्वार, श्रद्धालुओं के लिए हजारों जोड़ी जूते रखने की व्यवस्था की जाएगी। तालाब क्षेत्र को भी सौंदर्यीकरण कर विकसित किया जाएगा। चारों ओर एकसमान पत्थरों से बैठने की सुविधा, म्यूजिकल फाउंटेन, और कैचमेंट क्षेत्र का पानी संचित करने की व्यवस्था भी की जाएगी। परिसर में भंडारा भवन, कांवड़ियों के लिए डोम, सीढ़ियों पर छायायुक्त डोम, स्टेज और पार्किंग की व्यवस्था, अनेक स्थानों पर सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण किया जाएगा। इस अवसर पर अध्यक्ष रामकुमार भट्ट, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष अनिल ठाकुर, नितेश अग्रवाल, कलेक्टर गोपाल वर्मा, प्रबंध संचालक पर्यटन विभाग विवेक आचार्य वनमंडलाधिकारी निखिल अग्रवाल, पुरातत्व विभाग के सदस्य आदित्य श्रीवासतव सहित बोड़ला क्षेत्र के जनप्रतिनिधि, नगर पालिका कवर्धा के पार्षदगण, जिला-जनपद पंचायत के सदस्यगण उपस्थित थे।
मड़वा महल और छेरकी महल का संवर्धन
स्वदेश दर्शन योजना में मड़वा महल और छेरकी महल का भी समग्र विकास किया जाएगा। दोनों स्थलों पर प्रवेश द्वार, बाउंड्री वॉल की साज-सज्जा, बोरवेल से पेयजल व्यवस्था, शेड निर्माण, बिजली एवं ड्रेनेज, और वृक्षारोपण की व्यवस्था की जाएगी। इसके अतिरिक्त, भोरमदेव से मड़वा महल और छेरकी महल तक की सड़कों का उन्नयन किया जाएगा। आसपास के तालाबों की सफाई, रामचुआ और सरोदा जलाशयों का विकास, तथा मंदिर परिसर में लाइटिंग और ऑडियो डिस्क्रिप्शन की व्यवस्था भी परियोजना का हिस्सा है। यह भव्य परियोजना न केवल धार्मिक आस्था के केंद्र को आधुनिक स्वरूप देगी, बल्कि क्षेत्रीय पर्यटन, संस्कृति और स्थानीय रोजगार को भी नई ऊंचाईयों तक पहुंचाएगी।
धार्मिक आस्था, सांस्कृतिक गौरव और पर्यटन का त्रिवेणी संगम बनेगा भोरमदेव
उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने स्थल का निरीक्षण करते हुए कहा कि भोरमदेव, रामचुआ, मड़वा महल, छेरकी महल और सरोधा जैसे प्राचीन स्थलों का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व अत्यंत गहरा है। अब इन स्थलों को विश्वस्तरीय पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा, जिससे क्षेत्र की पहचान राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित होगी। उन्होंने बताया कि भोरमदेव मंदिर परिसर के विस्तार, उन्नयन और सौंदर्यीकरण के साथ-साथ मंदिर की प्राचीन संरचना को सुरक्षित और सशक्त बनाया जाएगा। श्रद्धालुओं के लिए आधुनिक सुविधाओं से युक्त विश्राम स्थल, विशेष रूप से कांवड़ यात्रियों के लिए ठहरने हेतु आधुनिक शेड का निर्माण किया जाएगा, जिनमें पेयजल, स्वच्छता, बैठने और विश्राम की उत्तम व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
तालाब, परिक्रमा मार्ग और हरियाली विस्तार होगा आकर्षण का केंद्र
इस परियोजना के तहत मंदिर परिसर के तालाब का सौंदर्यीकरण, सफाई एवं किनारों का पुनर्निर्माण कर इसे एक सुंदर जल पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके साथ ही मंदिर के चारों ओर के खुले क्षेत्रों में हरियाली और आकर्षक लैंडस्केपिंग की जाएगी, जिससे वातावरण और भी दिव्य और शांति प्रदायक बनेगा। परिक्रमा पथ, पैदल मार्ग और बैठने की जगहों को भी सुव्यवस्थित किया जाएगा ताकि श्रद्धालुओं को मंदिर भ्रमण में सहजता और सौंदर्य का अनुभव हो।
स्थानीय अर्थव्यवस्था को मिलेगा बढ़ावा, युवाओं के लिए रोजगार के नए द्वार खुलेंगे
उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि इस योजना के पूर्ण होने के बाद भोरमदेव क्षेत्र न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से विकसित होगा, बल्कि यहां के स्थानीय व्यापार, हस्तशिल्प और पर्यटन से जुड़े युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। इससे क्षेत्र की सांस्कृतिक धरोहर भी संरक्षित रहेगी और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह विकास कार्य केवल सौंदर्यीकरण तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह एक समग्र परिवर्तन की ओर कदम है, जिसमें पर्यटन, संस्कृति, रोजगार और विरासत संरक्षण के सभी पहलुओं को ध्यान में रखा जाएगा।
परंपरा और आधुनिकता का संगम
स्वदेश दर्शन योजना 2.0 के अंतर्गत यह परियोजना छत्तीसगढ़ के लिए एक उत्कृष्ट उदाहरण बनेगी कि कैसे परंपरा और आधुनिकता का संतुलन बनाकर सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित रखते हुए पर्यटन और विकास को बढ़ावा दिया जा सकता है। जल्द ही जब यह परियोजना साकार रूप लेगी, तो भोरमदेव क्षेत्र धार्मिक पर्यटन का एक भव्य केंद्र बनकर उभरेगा, जो देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों के लिए आस्था, शांति और सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक होगा।