तीन परिवारों की उजड़ गई दुनिया किसी ने बिटियां तो किसी ने खोया मां सिंघनपुरी जंगल में सड़क हादसे से मचा कोहराम सिंघनपुरी जंगल में पसरा मातम

तीन परिवारों की उजड़ गई दुनिया किसी ने बिटियां तो किसी ने खोया मां
सिंघनपुरी जंगल में सड़क हादसे से मचा कोहराम
ग्राम में पसरा मातम
बड़ा अपडेट कबीरधाम
कवर्धा खबर योद्धा।। कबीरधाम जिले के पलानी घाट में शनिवार को हुए दर्दनाक सड़क हादसे ने तीन परिवारों की खुशियां छीन ली। एक पिकअप वाहन के अनियंत्रित होकर पलटने से तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि 30 से अधिक लोग घायल हो गए। घायलों में कई की स्थिति गंभीर बनी हुई है, जिन्हें रायपुर रेफर किया गया है। वहीं, कुछ का इलाज कवर्धा के निजी अस्पतालों में जारी है।
इस हादसे में भूलीन बाई साहू (60 वर्ष) ने इलाज के दौरान रायपुर में दम तोड़ दिया, जबकि उर्वशी साहू (15 वर्ष) और भूखीन साहू (55 वर्ष) की मौके पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। रविवार को पोस्टमॉर्टम के बाद तीनों मृतकों का उनके गांव में अंतिम संस्कार कर दिया गया।
एक साल में दूसरी बड़ी दुर्घटना, फिर सवालों के घेरे में सुरक्षा
यह हादसा कबीरधाम जिले में अपनी तरह की पहली घटना नहीं है। लगभग एक साल पहले इसी इलाके में एक पिकअप वाहन पलटने से 18 लोगों की मौत हो गई थी। उस समय प्रशासन ने सड़क सुरक्षा को लेकर बड़े-बड़े दावे किए थे और जागरूकता अभियान चलाने की बात कही थी। लेकिन हालिया दुर्घटना ने इन सभी दावों की पोल खोल दी है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क सुरक्षा को लेकर प्रभावी कदम नहीं उठाए गए हैं। ओवरलोडिंग और तेज रफ्तार जैसे कारण अब भी हादसों को न्योता दे रहे हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि इस क्षेत्र में सड़क सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाए जाएं ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदी दोबारा न हो।
घायलों से मिलने पहुंचे उपमुख्यमंत्री
हादसे की जानकारी मिलते ही उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने रायपुर अस्पताल में पहुंचकर घायलों से मुलाकात की। उन्होंने अस्पताल प्रशासन को निर्देश दिए कि घायलों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने कहा कि सरकार घायलों की हर संभव मदद कर रही है और उनके जल्द स्वस्थ होने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
सड़क सुरक्षा पर सख्ती की जरूरत
उपमुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं। उन्होंने आम जनता से भी सावधानी बरतने और सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करने की अपील की।
प्रशासन ने राहत कार्यों को प्राथमिकता देते हुए घायलों को समय पर इलाज मुहैया कराने का आश्वासन दिया है। चिकित्सकों की टीम लगातार घायलों की स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
गांव में पसरा मातम
रविवार को जब तीनों मृतकों के शव उनके गांव पहुंचे तो पूरे गांव में मातम छा गया। परिवार के लोग अपने प्यारे जनों को खोने के गम में बेसुध हैं। यह हादसा न सिर्फ तीन परिवारों की दुनिया उजाड़ गया, बल्कि सड़क सुरक्षा को लेकर कई गंभीर सवाल भी खड़े कर गया है।