बड़ा अपडेट….बिलखती हुई बेटी ने कहा अभी तो पापा घर से निकले थे…. मां मुआवजे की मांग को लेकर एनएच-30 पर 8 घंटे चक्काजाम मृतक को 5 लाख और घायल को 2 लाख की घोषणा

बिलखती हुई बेटी ने कहा अभी तो पापा घर से निकले थे…. मां
मुआवजे की मांग को लेकर एनएच-30 पर 8 घंटे चक्काजाम
मृतक को 5 लाख और घायल को 2 लाख की घोषणा
अपडेट
कवर्धा खबर योद्धा।। हसता खेलते परिवार में उस समय दुखो का पहाड टूट गया जब एक पिता परिवार संचालन को लेकर निकला हुआ था, और वाहन दुर्घटना में उसकी दर्दनाक मौत हो गई। इस सदमे मे परिवार की 6 बेटियां और उनका लडका सहम चुका था। हम आपको बता दे कि पूरे परिवार का संचालन मृतक मल्लाह के द्वारा किया जा रहा था। मृतक मल्लाह के पास न ही खुद के रहने के लिए घर है और न ही कोई संपत्ति। मजदूरी करके परिवार का संचालन करने वाला मल्लाह की मौत के बाद कवर्धा के पूरे मल्लाह समाज उन बेटियो के साथ नेशनल हाईवे पर धरने पर बैठ गए कि पीडित परिवार को मुआवजा मिल सके।
लगभग 8 घंटे तक नेशनल हाईवे पर धरना देने के बाद जब इसकी पूरी खबर डीप्टी सीएम को मिली तो उन्होने पीडित के परिजनो से बातकर मुआवजा राशि देने की घोषणा की। वहीं समाज की माने तो मृतक परिवार के लिए शासन की योजना अनुरूप प्रधानमंत्री आवास की भी मांग की गई है। ज्ञात हो कि जिले में सड़क हादसे ने एक परिवार को उजाड़ दिया। हाईवा वाहन की चपेट में आने से विजय मल्लाह (55 वर्ष) की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई, जबकि बाइक सवार उनके साथी जोधू मल्लाह गंभीर रूप से घायल हैं।
हादसे के बाद मृतक के परिजनों और मल्लाह समाज के लोगों ने रायपुर-जबलपुर नेशनल हाईवे पर चक्काजाम कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने मृतक के परिवार को 50 लाख रुपये मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग पर अडे थे।
मछली पकड़ने निकले थे, मौत बनकर आया हाईवा
रोज की तरह सोमवार को सुबह विजय मल्लाह अपने साथी जोधू मल्लाह के साथ मछली पकड़ने के लिए निकले थे। मंडी के पास पहुंचे ही थे कि धान से भरी तेज रफ्तार हाईवा ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। इस भीषण टक्कर में विजय मल्लाह की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि जोधू मल्लाह गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल को कवर्धा जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है।
शराब दुकान हटाने की मांग फिर हुई तेज
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मार्ग पर पहले भी कई हादसे हो चुके हैं। कुछ समय पहले इसी इलाके में शराब दुकान हटाने की मांग उठी थी, लेकिन प्रशासन ने केवल दुकान को कुछ दूरी पर शिफ्ट कर दिया। आज भी ग्रामीण उसी शराब दुकान को पूरी तरह हटाने की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि शराब भट्टी के कारण आए दिन इस सड़क पर दुर्घटनाएं होती हैं, लेकिन प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा।
मृतक को 5 लाख और घायल को 2 लाख की घोषणा
विजय मल्लाह की मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। उनके पीछे उनकी पत्नी और छह बेटियां हैं, जिनका रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार की आर्थिक स्थिति पहले से ही कमजोर है, ऐसे में एकमात्र कमाने वाले सदस्य की मौत ने परिवार को संकट में डाल दिया है। आक्रोशित समाज और परिजन मृतक के परिवार को 50 लाख रुपये मुआवजा और सरकारी नौकरी की मांग कर रहे हैं। जिसपर उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने मामले की जानकारी मिलने के बाद फोन के माध्यम से परिजनो को 5 लाख रूपय और घायल को 2 लाख देने की घोषण की। वही तहसीलदार के माध्यम से 25 हजार की सहायता राशि और वाहन मालिक की सहायता राशि 50 हजार प्रदान की गई। जिसके बाद प्रदर्शन समाप्त हुआ।
हाईवे पर घंटों जाम, यात्री परेशान
मृतक के परिजनों और मल्लाह समाज के सैकड़ों लोगों ने मिनीमाता चैक के पास एनएच-30 को जाम कर दिया। इस चक्काजाम के कारण रायपुर-जबलपुर मार्ग पर वाहनों की लंबी कतार लग गई थी। जिसके कारण स्कूल बसें और एंबुलेंस भी जाम में फंस गईं, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
पीड़ित परिवार को मिला न्याय
सड़क हादसे में मृतक के परिजनों को मुआवजे की मांग को लेकर पीड़ित परिवार और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने डटकर प्रदर्शन किया। शहर कांग्रेस अध्यक्ष अशोक सिंह, जिला कांग्रेस मीडिया प्रभारी कृष्णा कुमार नामदेव समेत कई कार्यकर्ताओं डटे रहे। वही प्रशासन ने मृतक के परिजनों को 5 लाख और घायल को 2 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की।।