प्रत्याशियों की धड़कने हुई तेज , लो आ गया चुनावी दौर राजनांदगांव नगरीय निकायों में महापौर प्रत्याशियों के संभावित उम्मीदवार चुनावी बिगुल बजा दोनों पार्टियों का मंच सजा

प्रत्याशियों की धड़कने हुई तेज , लो आ गया चुनावी दौर
राजनांदगांव नगरीय निकायों में महापौर प्रत्याशियों के संभावित उम्मीदवार
चुनावी बिगुल बजा दोनों पार्टियों का मंच सजा
राजनांदगांव खबर योद्धा रमेश निवल बालु ।। निकाय चुनावों का बिगुल बजने ही वाला है ऐसे में राजनीति से जुड़े इच्छुक दावेदारों में चुनाव लड़ने को लेकर उत्सुकता बढ़ते ही जा रही है। “जिसकी जैसी भक्ति उन्हें मिलेगी उतनी शक्ति” वाली स्थिति होगी प्रमुख राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों पर जनता जनार्दन की नजरें टिकी होती है।
भले ही पहले जैसे परिस्थितियों जो पार्षदों द्वारा मेयर चुनने की नहीं है, इस बार महापौर और नगर पंचायत एवं नगर पालिकाओं के अध्यक्षों का चुनाव भी बाकायदा चुनाव मैदान में खड़े होकर प्रत्यक्ष लड़ना होगा। चुनाव जनसेवा को लेकर लड़ रहे होंगे ऐसा शहर की नाली सड़कों और जानवरों से पटे हालत से लगता ही नहीं।
जन सेवा की आड़ मे ख्वाओ मेवा वाली स्थिति है। कमीशन खोरी जब तक बंद नहीं होगी तब तक के भ्रष्टाचार रूपी राक्षस का अंत नहीं होगा घटिया क्वालिटी की नई और घटिया क्वालिटी की सड़क शहर की खूबसूरती है गार्डन की स्थिति देखोगे तो कई संसाधन टूट गए हैं यहां तक की बच्चों के खेलने वाले झूलो से लेकर टॉय ट्रेन की स्थिति भी शहर वासी भी देख ही रहे हैं। बूढ़ा सागर ने दोनों राजनीतिक दलों की पोल खोल दिया है। बावजूद इसके चुनाव लड़ने और लोगों के हाथ पर जोड़ने के लिए बड़े-बड़े दिग्गज तैयार हो जाते हैं कारण साफ है दूध दही मक्खन मलाई और घी एक ही जगह उपलब्ध है तो कोई चुनाव क्यों नहीं लड़ेगा
*भाजपा से इन्हें मिल सकती है महापौर की टिकट*……
1) मधुसूदन यादव
2) नीलू शर्मा
3)शिव वर्मा
4) सौरभ कोठारी
मधुसूदन यादव
भाजपा में जन नेता के नाम से समूचे शहर के लोगों में पहचान बनी हुई है। (52 वर्ष ) के नेता जिनका कम समय में लंबा
राजनीतिक सफर रहा है और उन पदों को लांघा जिनके लिए लोगों को अपनी पूरी जिंदगी समर्पित करनी पड़ती है फिर भी उस मुकाम को हासिल करने का लक्ष्य किनारे से गुजर जाता है। उनका राजनीतिक सफर
1994 ,1999 , 2004, 2010 नगर निगम में चार बार पार्षद निर्वाचित
4 /4/4 से 4/1/ 5 तक महापौर पद पर मनोनयन 2005 से 2010 तक नगर निगम में सभापति 2009 से सांसद व साथ मे क्रमिक लोक शिकायत विधि एवं न्याय संबंधी समिति तथा इस्पात मंत्रालय के परामर्शदात्री समिति के सदस्य रहे 2015 से 2020 तक नगर निगम के निर्वाचित महापौर रहे 1992 से शहर भाजपा महामंत्री 1995 में शहर भाजपा अध्यक्ष 1999 में जिला भाजपा अध्यक्ष 2006 में जिला महामंत्री 2010 में जिला भाजपा अध्यक्ष 2010 में प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य एवं वर्तमान में छत्तीसगढ़ भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष है। नगर में उनके नाम को लेकर साधारण सा रिक्शा चलाने वाले से लेकर सराफा व्यवसाय तक जुड़े कुबेरपति इनके नामों की ओर इशारा करते हैं।
नीलू शर्मा
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता 49वर्षीय युवा तुर्क और भाजपा संगठन के अनेकों दायित्वों का बखूबी निर्वहन करने वाले ,1995 में अखिल भारतीय विधार्थी परिषद में कार्य करते हुए साइंस कॉलेज राजनांदगाँव में उपाध्यक्ष पद पर निर्विरोध निर्वाचित हुए उसके पश्चात भाजपा युवा मोर्चा के मंडल एवं जिला में
कार्य करते रहे ,2003/04 में प्रदेश मंत्री भाजपा युवा मोर्चा का दायित्व 2009/10 में प्रदेश भाजपा युवा मोर्चा का प्रदेश उपाध्यक्ष का दायित्व (दो बार प्रदेश युवा मोर्चा का उपाध्यक्ष )
2015 में छतीसगढ़ शासन में राज्य भंडार गृह निगम का अध्यक्ष बनाया गया (राज्य मंत्री का दर्जा)राज्य से बाहर 6 राज्यों (बिहार, मध्य प्रदेश,आसाम,गुजरात,हिमाचल प्रदेश,उत्तराखंड)
में चुनाव में विधानसभा का प्रभारी का जिम्मेदारी का निर्वहन। लगभग विधानसभा चुनाव और अन्य चुनाव में अपनी दावेदारी प्रस्तुत करते रहे हैं। सामान्य सीट अनारक्षित है ऐसे में सामान्य वर्ग के लोगों में इस बात को लेकर चर्चा है कि नीलू शर्मा को महापौर के लिए टिकट दिया जाना चाहिए पार्टी में ही प्रतिस्पर्धा की रणनीति के चक्रव्यूह में टिकट को लेकर वंचित रहे हैं ऐसा सामान्य वर्ग के लोगों में चर्चा है। युवा और मिलनसार व्यक्तित्व के चलते टिकट इन्हें भी मिल सकती हैं ऐसे कयास सामान्य वर्ग के गलियारों में चर्चा सरगर्म है।*
शिव वर्मा
भाजपा नेता 58 वर्षीय (पिछड़ा वर्ग) अविवाहित
वर्तमान पद में जिलाध्यक्ष भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा
पार्षद दल प्रवक्ता। उन्होंने सन् 1984 से भाजपा में कार्यकर्ता के रूप में प्रवेश एवं राजनीति प्रारंभ किया सन् 1995 से 2024 तक लगातार पार्षद के रूप में कार्यकाल रहा सन् 01.01.2010 से 2014 तक नेता प्रतिपक्ष के दायित्वों का निर्वहन किया। सन् 2016 से 2020 तक निगम अध्यक्ष के दायित्व लम्बे समय तक झुग्गी-झोपड़ी प्रकोष्ठ का जिलाध्यक्ष एवं शहर अध्यक्ष के पदो का निर्वहननिराश्रित पेंशन संघ के अध्यक्षरिक्शा, ठेला चालक संघ के अध्यक्ष. विगत 15 वर्षों से जिला भाजपा कार्यकारिणी में सम्मिलित
सामाजिक भागीदारी शहर अध्यक्ष लोधी समाज है। पिछड़ा वर्ग की बात अगर आती है तो जमीन से जुड़े हुए और गरीबों की झोपड़ी तक सुख दुःख में सेवा करने में अग्रणी देखे जा सकते हैं। निगम में और अपने वार्ड में सबसे व्यस्त रहने वाले नेता के रूप में उनकी छवि है 51 वार्ड के क्षेत्र में स्लम क्षेत्रों में अच्छी पकड़ है इसलिए टिकट के दावेदारी में सामने आ रहे हैं।
सौरभ कोठारी जिला भाजपा महामंत्री
47 वर्ष के नेता जिन्हें विरासत में राजनीति और संगठन की समझ मिली हुई है राजनीति के चुनाव के प्रबंधन में इनका लोहा माना जाता है यही कारण है कि पार्टी के संगठन के अत्यंत महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां का हिस्सा होते हैं। वर्तमान में संगठन चुनाव में ही प्रदेश का एकमात्र जिला रहा है जहां जिला अध्यक्ष के साथ में जिला महामंत्री के पद की घोषणा की गई इस इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि संगठन में इनकी पैठ गहरी है। विधानसभा चुनाव में व्यापारी वर्ग के वोट ने डॉ रमन सिंह का सीना चौड़ा किया सौरभ कोठारी व्यापारी वर्ग से आते हैं और युवाओं के बीच में एक अनुशासन प्रिय व्यक्तित्व के रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज करते हैं। संगठन अगर मौका देगा तो शायद सौरभ कोठारी भी अपनी बेहतर उम्मीदवारी प्रस्तुत कर सकते हैं।
राजनीति का सफर- बचपन से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े विद्यार्थी परिषद में रहे । कॉलेज चुनावों में प्रमुख चुनाव प्रभारी रहे। वहीं भारतीय जनता पार्टी में 2010-15 में युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष रहे। 2015 से 2022 तक जिला भाजपा कोषाध्यक्ष के पद पर रहे । जिले के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों से जुड़े हुए हैं। शहर के सर्वाधिक लोकप्रिय दशहरा कार्यक्रम के संस्थापक अध्यक्ष हैं। विधानसभा एवं लोकसभा चुनावों में विभिन्न जिम्मेदारी निभाते रहे हैं ।
कांग्रेस से इन्हें मिल सकती है महापौर की टिकट
निखिल द्विवेदी
38 वर्षीय कांग्रेस के युवा नेता सामान्य वर्ग से आते हैं
वर्तमान पद -प्रदेश सचिव छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी.
अध्यक्ष महाकाल मित्र मंडल राजनांदगांवपूर्व सदस्य छत्तीसगढ़ राज्य पर्यटन मंडल
पूर्व राष्ट्रीय महासचिव NSUI
पूर्व प्रदेश महासचिव युवा कांग्रेस छत्तीसगढ़ पूर्व प्रदेश अध्यक्ष यूथ कांग्रेस मीडिया विभाग पूर्व जिला अध्यक्ष एवं जिला उपाध्यक्ष एनएसयूआई छात्र संगठन
विगत 4 वर्षों से लगातार महाकाल यात्रा का आयोजन तिरंगा यात्रा 26 जनवरी एवं 15 अगस्त विगत 20 वर्षों से कांग्रेस पार्टी में सक्रिय है । कांग्रेस पार्टी में अनेकों आंदोलन के नेतृत्व करते रहे हैं। सामान्य वर्ग से टिकट देने की बात आती है तो इनके चेहरे को भी मौका दिया जा सकता है युवाओं में पैठ है। और बड़े नेताओं के करीब भी।
नरेश डाकलिया कांग्रेस नेता
66 वर्षीय पूर्व महापौर रहे महापौर के प्रत्यक्ष चुनाव में जीत हासिल की थी। मूल रूप से हॉकी के खिलाड़ी के रूप में उनकी पहचान है राजनीति में
छात्र जीवन से अध्यक्ष-एसडीएमएच सचिव। स्कूल, (1975-76) अध्यक्ष शासकीय डी.एम.वी.कॉलेज, (1978-79)नेशनल हॉकी खिलाड़ीएनएमपी हॉकी टीम में नियुक्ति
छात्र जीवन के दौरान निल्स पटियाला से छात्रवृत्ति प्राप्त की हैं। कांग्रेस पार्टी में विधानसभा के समय भी टिकट के मैदान थे यह अलग बात है कि बाहर के नेताओं द्वारा चुनाव लड़ा गया जिसके परिणाम भी निराशाजनक रहे हैं नरेश डाकलिया मूलतः व्यापारिक परिवार से ताल्लुकात रखते हैं जैन समाज में भी वह सकल जैन समाज के अध्यक्ष रहे शहर में व्यापारियों का झुकाव भाजपा की ओर देखा गया है पर अगर टिकट लाने में यह कामयाब हो जाते हैं तो शहर के व्यापारियों के वोटो में अपना बड़ा प्रभाव डाल सकते हैं राजनीति में उनकी गहरी पकड़ है। छत्तीसगढ़ के पिछली कांग्रेस सरकार के समय जो प्रभारी रहे उनके काफी निकट देखे गए हैं। इनकी दावेदारी कांग्रेस पार्टी जिम्मेदारी में बदलती है तो परिणाम चौंकाने वाले हो सकते हैं।
सुदेश देशमुख
60 वर्षीय कांग्रेस नेता व
पूर्व महापौर कांग्रेस में एक जिम्मेदार पदाधिकारी की भूमिका निभा चुके हैं पार्षद का चुनाव भी उन्होंने लड़ा निर्वाचित भी हुए जोगी शासन काल में महापौर मनोनीत रहे उनका राजनीतिक सफर युवा अवस्था से शुरू है छात्र राजनीति के रूप में अनेक आंदोलनों की शुरुआत की और गरीबों के मदद में आगे रहे उन्होंने महापौर का चुनाव भी लडा कांग्रेस पार्टी के अंदरूनी गुटबाजी के चलते चुनाव में पराजय मिली बावजूद उसके कांग्रेस में अपनी अहमियत बनाए हुए हैं। वर्तमान महापौर के रूप में सुदेश देशमुख की धर्म पत्नी पूरे 5 साल कार्य किया पर कहीं ना कहीं इस बात को लेकर चर्चा शहर के राजनीतिक गलियारों में है कि व्यवहार कुशल और लोगों से मिलने जुलने वाले और मिलनसार व्यक्तित्व के धनी होने का फायदा महापौर के दावेदारी में टिकट मिलती है तो मिल सकता है। कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेताओं में अपनी राजनीतिक पहचान बनाए हुए हैं और प्रदेश के दिग्गज राज नेताओं के साथ करीब के संबंध भी है। निर्विवाद छवि के चलते हर वर्ग में अपनी पहचान कायम किए हुए हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे भूपेश बघेल के बेहद करीबी पारिवारिक संबंधों में देखे जा सकते हैं। कांग्रेस पार्टी अगर इन्हें टिकट देती है तो कोई अचरज की बात नहीं होगी।
4/*कुलबीर छाबड़ा*
53 वर्षीय कांग्रेस पार्टी के नेता एवं शहर अध्यक्ष अपने वार्ड में अनेकों बार पार्षद का चुनाव जीते हैं। कांग्रेस नेता के बतौर अनेकों आंदोलन का नेतृत्व किया और कांग्रेस की बड़ी जिम्मेदारियां ध्वजवाहक भी रहे। कांग्रेस के शासनकाल में शहर अध्यक्ष रहे और वर्तमान में भी उस पद पर काबिज है। नगर निगम के संबंधी अनेकों आंदोलन और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर उन्होंने न्यायालय तक लड़ाई लड़ी जन सरोकार के विषय को लेकर हमेशा आगे रहने वाले कुलबीर सिंह छाबड़ा की छवि एक मंजे हुए नेता के बतौर है। संगठन से लेकर चुनाव तक के बड़ी जिम्मेदारियां को निभाने वाले नेताओं में गिनती आती है। बताया जाता है कि छत्तीसगढ़ के बड़े नेताओं जिसमें मुख्यतः चरण दास महंत, टी एस सिंहदेव, गुरमुख सिंह होरा और प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज के साथ दिग्गज नेताओ के भी करीबियों में गिने जाते हैं। शहर में और खासकर विपक्ष के राजनीतिक दलों की माने तो कुलबीर छाबड़ा ही महापौर के सशक्त दावेदारों में शामिल हैं। अब देखना यह है कि कांग्रेस संगठन टिकट के वक्त किन मापदंडों को सामने रखता है।