पृथ्वी के जितने भी कार्य हैं पार्थिव वृक्ष आदि, उनको धारण करने वाली पृथ्वी का नाम धर्म है। किसी भी वस्तु की सत्ता और उपयोगिता जिस पर निर्भर होती है उसी का नाम धर्म है – स्वामी श्रीनिश्चलानंद सरस्वती
पृथ्वी के जितने भी कार्य हैं पार्थिव वृक्ष आदि, उनको धारण करने वाली पृथ्वी का नाम धर्म है। किसी भी…
