रेडी टू इट मामले पर 10 लोगों को कारण बताओ नोटिस जारी

रेडी टू इट मामले पर 10 लोगों को कारण बताओ नोटिस जारी
कलेक्टर ने बनाई जांच समिति, महाप्रबंधक छग महिला कोष ने पकड़ा फर्जीवाड़ा
रायपुर / धमतरी विद्या भूषण दुबे खबर योद्धा।। महिला एवं बाल विकास विभाग जिला धमतरी विगत एक महीना से चर्चा का विषय बना हुआ है । दरअसल 5 फरवरी 2025 को श्रीमती निशा मिश्रा महाप्रबंधक छत्तीसगढ़ महिला कोष इंद्रावती भवन नवा रायपुर के द्वारा धमतरी भ्रमण पर थी। भ्रमण के दौरान श्रीमती निशा मिश्रा के द्वारा बालाजी टूर एंड ट्रेवल्स के नीचे निवास में रेडी टू ईट /आटा के खाली एवं भरा पैकेट पकड़ा गया। इतना ही नहीं संबंधित लोग महाप्रबंधक को रेडी टू ईट /आटा के खाली एवं भरा के बारे संतोषप्रद जवाब भी नहीं दे सके।
मामले की गंभीरता को देखते हुए धमतरी कलेक्टर के द्वारा 13 फरवरी को तीन सदस्य जांच समिति का गठन किया गया। समिति में आयुक्त नगर निगम धमतरी को अध्यक्ष, खाद्य अधिकारी और जिला परियोजना प्रबंधक स्वास्थ्य विभाग को सदस्य बनाया गया। कलेक्टर धमतरी के द्वारा जांच दल को जांच कर सात दिवस के भीतर अपना प्रतिवेदन अधो हस्ताक्षरकर्ता के समक्ष प्रस्तुत करने के लिए आदेशित हुआ। जांच रिपोर्ट पर क्या पाया गया इस संबंध में जब तात्कालिक कलेक्टर नम्रता गांधी IAS से राजधानी रिपोर्टर ने चर्चा की तो उन्होंने बताया कि स्टेट में जांच रिपोर्ट सम्मिट किया जा चुका है।
इस मामले में जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग के द्वारा तीन परियोजना अधिकारियों सहित 10 अलग-अलग कारण बताओं नोटिस जारी किया गया। जिन लोगों को कारण बताओ नोटिस जारी हुआ उनके नाम इस प्रकार है।
★श्रीमती पार्वती भंडारी सहायक ग्रेड 3 परियोजना नगरी
★ ओम प्रकाश नाग सहायक ग्रेड 3 परियोजना मगरलोड
★ श्रीमती अनुपमा सिंह ठाकुर परियोजना कुरूद
★ लक्ष्मण ध्रुव सहायक ग्रेड 2 परियोजना धमतरी ग्रामीण
★ विजय गजेंद्र परियोजना धमतरी शहरी
★ महेश राम मरकाम परियोजना अधिकारी धमतरी ग्रामीण
★ श्रीमती चित्र रेखा यादव प्रभारी परियोजना अधिकारी कुरूद
★ रोहित कुमार कुर्रे पोषण आहार शाखा प्रभारी धमतरी
★ श्रीमती चित्र रेखा यादव परियोजना अधिकारी धमतरी शहर
★ मनोज साहू आउटरिश वर्कर जिला बाल संरक्षण इकाई धमतरी
जांच समिति के द्वारा जांच रिपोर्ट जमा किया जा चुका है। इस संबंध में जांच समिति के एक सदस्य से जांच में क्या पाया गया यह जानकारी चाही गई तो संबंधित ने साफ-साफ जानकारी देने से मना करते हुए उन्होंने कहा कि सीधे कलेक्टर मैडम से बात करें। राजधानी रिपोर्टर के द्वारा महाप्रबंधक निशा मिश्रा से चर्चा हेतु समय की मांग की गई है ।
बहरहाल कलेक्टर नम्रता गांधी प्रतिनियुक्ति पर कार्य मुक्त की जा चुकी है। इस मामले में बीज निगम और महिला एवं बाल विकास विभाग के कतिपय अधिकारी सहित स्वयं सहायता समूह की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है। जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया गया है। खबरयोद्धा जांच रिपोर्ट की प्रति प्राप्त करने के लिए प्रयासरत है।।