सागर को मिलेगा कृत्रिम हाथ, जनदर्शन में मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश
सागर को मिलेगा कृत्रिम हाथ, जनदर्शन में मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश
रायपुर खबर योद्धा।। जनदर्शन में मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश श्री साय के निर्देश पर सागर देवांगन को कृत्रिम हाथ लगाया जाएगा। मुख्यमंत्री निवास में आज आयोजित जनदर्शन में सागर द्वारा अपनी समस्या साझा किए जाने पर मुख्यमंत्री ने तुरंत समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों को उसके लिए कृत्रिम हाथ तैयार करवाने के निर्देश दिए। माना कैंप स्थित पीआरआरसी (Physical Referral Rehabilitation Centre) में सागर के हाथ का नाप लेकर कृत्रिम अंग तैयार किया जाएगा।
दुर्ग के बजरंग नगर में रहने वाले सागर देवागंन केबल कनेक्शन का काम करते थे। दो साल पहले केबल लगे खंबे में करेंट की वजह से उनका एक हाथ और सीना जल गया। डॉक्टरों को कोहनी के पास से उनका एक हाथ काटना पड़ा। उसकी पत्नी दूसरे के घरों में काम कर मुश्किल से अपने पति ओर दो छोटे बच्चों का खर्चा चला रही है। सागर ने आज जनदर्शन में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से मिलकर अपनी समस्या बताते हुए कृत्रिम अंग प्रदान करने का अनुरोध किया था। मुख्यमंत्री ने सागर के निवेदन पर त्वरित कार्यवाही करते हुए समाज कल्याण विभाग को जल्द से जल्द उसके लिए कृत्रिम अंग तैयार करवाने के निर्देश दिए हैं।
25 हज़ार की सहायता
मुख्यमंत्री जनदर्शन में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय को रायपुर के गुढ़ियारी के रमण मंदिर वार्ड से आए श्री रोशन साहू ने बेटे के इलाज के संबंध में आवेदन दिया। उन्होंने बताया कि उनका बेटा 8 साल का लक्ष्य एस्ट्रॉफी ऑफ़ ब्लैडर बीमारी से पीड़ित हैस इसके इलाज के लिए वह हर जगह गए। उनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है लेकिन उन्होंने इलाज की पूरी कोशिश की।
जब इस बात की जानकारी मिली कि अहमदाबाद सिविल अस्पताल में ऑस्ट्रेलिया फाउंडेशन द्वारा इस बीमारी का मुफ्त इलाज होता है तो वे वहां भी गए लेकिन वहां बताया गया कि अहमदाबाद इसके लिए नियमित रूप से जाना पड़ेगा। रोशन ने बताया कि खराब आर्थिक स्थिति की वजह से अहमदाबाद जाने में काफी खर्च होता है। ऐसे में प्रदेश मुख्यमंत्री को आवेदन देने आए हैं।
उनकी समस्या सुनकर मुख्यमंत्री ने उन्हें तुरंत ईलाज के लिए 25 हज़ार रुपये का चेक प्रदान किया। साथ ही उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को इस संबंध में निर्देशित किया कि बच्चे की बीमारी के इलाज की उचित व्यवस्था की जाये तथा इलाज में आ रही दिक्कतों को दूर करें।