कांग्रेस अंतर्कलह से बुरी तरह जूझ रहा, अब लोगों का विश्वास उठ गया: मधुसूदन

कांग्रेस अंतर्कलह से बुरी तरह जूझ रहा, अब लोगों का विश्वास उठ गया: मधुसूदन
राजनांदगांव खबर योद्धा रमेश निवल बालु ।।भारतीय जनता पार्टी के महापौर उम्मीदवार मधुसूदन यादव का धुंआधार जनसम्पर्क अनवरत गति से चल रहा है, वे निगम क्षेत्र के लगभग 45 से अधिक वार्डो में घूम-घूम कर मतदाताओं से सीधे सम्पर्क कर कमल फूल खिलाने का आग्रह कर चुके है। इस दौरान उन्हें जनता का अथाह प्रेम व समर्थन मिल रहा है। वे जहां भी जा रहे है गर्मजोशी के साथ लोग उनका स्वागत कर रहे है, वही उनके पिछले कार्यकाल को लेकर फिर से समर्थन करने का वायदा भी कर रहे है। श्री यादव सरदार वल्लभभाई पटेल वार्ड, कैलाश नगर वार्ड, विवेकानंद वार्ड, तिलक वार्ड, गंज लाईन भरकापारा, सुभाष वार्ड कामठी लाईन तथा रानी सूर्यमुखी वार्ड गुड़ाखु लाईन में घर-घर जाकर सम्पर्क किया।
भाजपा मीडिया सेल द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार इस दौरान श्री यादव ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुये कहा कि देश व प्रदेश में कांग्रेस की हालात खस्ता है, देश की राजनीति में जहॉ कांग्रेस हाशिये पर आ गई है वही प्रदेश में भीषण आंतरिक कलह से जूझ रही है। पार्टी के बड़े नेताओं ने हो रही सिर फुट्व्वल से जनता के सामने इनकी हो रही किरकिरी देखने काबिल है। परिणामस्वरूप जनता का विश्वास इन पर से उठ चुका है। लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद देश में जहॉ-जहॉ विधानसभाओं के चुनाव हो रहे है, वहॉ-वहॉ इनकी गत् देखने लायक है। हालिया दिल्ली में हो रहे विधानसभा चुनाव में भी मीडिया ने कांग्रेस को शून्य सीट देने की भविष्यवाणी की है। रही बात स्थानीय निकाय के चुनाव की तो पूरे प्रदेश सहित शहर में भी कांग्रेस के क्रियाकलापों से व्यथित आम लोगों का आक्रोश देखते ही बन रहा है, अब जनता का इन पर से पूरी तरह से भरोसा टूट चुका है। जिस तरह कांग्रेस ने पिछले पांच वर्षो में सत्ता में आने के बाद कुर्सी के मद में मदहोश होकर कार्य किया उससे प्रदेशवासियों की आंखे फटी की फटी रह गई थी, जिधर देखो उधर घोटाले ही घोटाले उजागर हुये। इसके आबकारी मंत्री व तबके मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विश्वस्त अफसर महीनों से भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों में जेल में बंद है। विकास के नाम पर इन लोगों ने आम लोगों को ठगा, कोई काम नहीं किया। स्थानीय निकायों की तो और बुरीगत् है, बिजली, पानी, सड़क, सफाई जैसे बुनियादी समस्याओं के लिये भी न तो इनके पास कोई कार्ययोजना थी और न ही इन लोगों ने कुछ किया ही। फलस्वरूप लोगों ने इनकी मदहोश सरकार को सत्ता से उखाड़ फेका। अब समय स्थानीय निकाय के चुनावों का है, यहॉ भी इनका सूपड़ा साफ होना तय है। अतः मतदाता भाई-बहनों से आग्रह है कि कमल फूल छाप का बटन दबाएं। इस दौरान पार्षद प्रत्याशी वर्षा ठक्कर, चन्द्रशेखर लश्करे, अरुण दामले, राजेश जैन रानू, झमित नादान सेन, शरद सिन्हा सहित दिनेश गुप्ता, राधेश्याम गुप्ता, गिन्नी चावला, कमल राजपूत, विट्ठल पटेल, अरविन्द बैद, अनिल ठक्कर, जिग्नेश ठक्कर, ललित सेजपाल, आशीष शुक्ला, त्रिगुण टॉक, प्रहलाद सिन्हा, आशीष जैन, ज्ञानेश गुप्ता सहित अनेक नेता व कार्यकर्ता उपस्थित थे।।