कवर्धा के मुक्तिधाम में हुआ मां-बेटी का अंतिम संस्कार कोलकाता से पहुंचा परिवार
हादसे ने झकझोरा कर रख दिया पूरा कबीरधाम, हर एक आंखों में आशु और ना जाने कितने सवाल
कवर्धा खबर योद्धा।। चिल्फी थाना क्षेत्र के अकलघरिया के पास रविवार शाम हुए बोलेरो–ट्रक हादसे के तीसरे दिन भी कबीरधाम शोक में डूबा रहा। इस भीषण सड़क हादसे में पांच लोगों की जान चली गई और पांच लोग घायल हुए थे। हादसे के बाद शवों को बोड़ला अस्पताल में रखा गया था, जहां परिजनों के देर से पहुंचने के कारण मंगलवार को पोस्टमार्टम किया गया। बुधवार को कवर्धा के लोहारा रोड स्थित मुक्तिधाम में जब मां और बेटी का अंतिम संस्कार हुआ, तो वातावरण शोक और संवेदना में डूब गया। मुक्तिधाम पर एक साथ दो चिताओं के धुएं ने पूरे जिले को गमगीन कर रख दिया।
पुलिस और जिला अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार, हादसे में जिनकी मौत हुई, उनमें परम भट्टाचार्य (46 वर्ष), आदित्री भट्टाचार्य (14 वर्ष), पोपी बर्मन (48 वर्ष), अन्वेषा सोम (41 वर्ष) और वाहन चालक अजय कुशवाहा शामिल हैं। ये सभी कोलकाता (पश्चिम बंगाल) के निवासी थे और कान्हा केसली से लौटते समय बोलेरो और ट्रक की आमने-सामने भिड़ंत में मारे गए। घायलों में अरनदीप दास (10 वर्ष), मुनमुन बेग (42 वर्ष), रिताभास सरकार (17 वर्ष), अद्रिका भट्टाचार्य (18 वर्ष) और सुप्रीति मांझी (19 वर्ष) शामिल हैं। सभी घायल जिला अस्पताल कवर्धा में उपचाररत हैं और उनकी स्थिति अब सामान्य बताई जा रही है।
मंगलवार को जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी होने के बाद शव परिजनों को सौंपे गए। बुधवार को दो शवों को परिजन अपने साथ कोलकाता लेकर रवाना हुए, जबकि मां और बेटी का अंतिम संस्कार कवर्धा के लोहारा रोड स्थित मुक्तिधाम में किया गया। मुक्तिधाम में मौजूद लोगों ने बताया कि जिस शांत वातावरण में मां-बेटी की अंतिम यात्रा निकली । परिजनों के साथ शहर के कई सामाजिक कार्यकर्ता और स्थानीय नागरिक शामिल हुए।
इस दौरान पूरा मुक्तिधाम मौन स हो गया था। किसी के पास शब्द नहीं थे केवल आंखों में आंसू और मन में यही सवाल कि आखिर कब तक सड़कें लोगों की जान लेती रहेंगी। हादसे के बाद से चिल्फी घाटी मार्ग पर सुरक्षा इंतजामों को लेकर चर्चा एक बार फिर तेज हो गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह क्षेत्र लगातार दुर्घटनाओं के लिए बदनाम रहा है, लेकिन प्रशासनिक तैयारियां अब भी अपर्याप्त हैं।
अस्पताल प्रशासन ने बताया कि घायलों का इलाज जारी है और मृतकों के परिजनों को सभी आवश्यक सहायता प्रदान की जा रही है। वहीं, पुलिस ने दुर्घटना में शामिल ट्रक चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
संक्षेप में कहा जाए तो, अकलघरिया के पास हुआ यह हादसा केवल पांच जाने नहीं ले गया, बल्कि जिले को गहरे दुख और सवालों के बीच छोड़ गया — सड़कें अब भी वही हैं, लेकिन कवर्धा का सन्नाटा बता रहा है कि हर मौत सिर्फ आंकड़ा नहीं, एक परिवार का अंत है। ना जाने क्या बीत रही होगी इस परिवार पर ।