तीन लाख रुपए प्रति किलो वाले आम को देखने पर्यावरण प्रेमियों की उमड़ी भीड़

तीन लाख रुपए प्रति किलो वाले आम को देखने पर्यावरण प्रेमियों की उमड़ी भीड़
आम महोत्सव में 1200 प्रजाति के आमों की प्रदर्शनी, हाथीझुल आम आकर्षण का केंद्र
रायपुर खबर योद्धा विद्या भूषण दुबे।। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर में आयोजित राष्ट्रीय आम महोत्सव को देखने और उसकी खेती कैसे की जाती है जानने के लिए बड़ी संख्या में आम फल के प्रेमी पंहुच रहे हैं। कल 9 जून को आम महोत्सव प्रदर्शनी का अंतिम दिन है। इसके पहले महोत्सव में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव सहाय मंत्री रामविचार नेताम बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष डॉ वर्णिका शर्मा भी पहुंचे थे। मुख्यमंत्री हाथीझुल आम को लेकर किसानों को प्रोत्साहित किया।
महोत्सव में सबसे ज्यादा आकर्षक का केंद्र जापान के मियाजाकी आम है, जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में तीन लाख रुपए प्रति किलो और भारत में 34 से 54 हजार रुपए प्रति किलो है। इस आम को लोग करीब से देखना चाहते हैं।
इसी प्रकार से बस्तर बिजापुर जिला के हाथीझुल नामक महोत्सव में चर्चा का विषय बना हुआ है। बिजापुर के इस एक आम का वजन तीन से चार किलो का होता है ।
आम महोत्सव में देश के विभिन्न राज्यों के किसानों द्वारा उत्पादित आम की व्यावसायिक किस्मों के अंतर्गत दशहरी, लंगडा, बाम्बे ग्रीन, चौसा, मालदा, हिमसागर, सुन्दरजा, केसर, अलफान्सो, तोतापरी, नीलम बैगनफल्ली, पैरी, सिन्दूरी, फज़ली आम महोत्सव में लगाए गए थे। इसके अलावा मल्लिका, आम्रपाली, पूसा अरूणिमा, अम्बिका, रत्ना, सिंधु, अर्का पुनीत हाथीझुल, नूरजंहा, लड्डु, गुलाब खास किस्मों के आमों को देखने का अवसर मिला। महोत्सव में आए किसानों ने खेतों में दवाई का छिड़काव किए जाने वाले ड्रोन को भी देखा और उसके कार्य करने के तरीकों को समझा । आम महोत्सव में छत्तीसगढ़ सहित देश के विभिन्न राज्यों के 450 से अधिक किसानों द्वारा विभिन्न किस्मों के 1200 से अधिक आमों का प्रदर्शन किया जा रहा है।
प्रदर्शनी स्थल में आए हुए दर्शन आरती और किसानों के लिए निशुल्क सॉफ्ट ड्रिंक की व्यवस्था की गई है । इसके अलावा दो अलग-अलग स्थान में सेल्फी जॉन भी बनाया गया है। अलग-अलग प्रकार के आम के केक अचार सहित लगभग 100 से अधिक प्रकार के खाद्य पदार्थ बनाए गए हैं। जो बिक्री के लिए भी उपलब्ध है।