संगीत विवि में भारत रंग महोत्सव का आगाज बाबा लोचनदास देंगे प्रस्तुति दस बड़े शहरों के साथ ही नेपाल और श्रीलंका में अपनी रंगतबिखेरेंगे
संगीत विवि में भारत रंग महोत्सव का आगाज
बाबा लोचनदास देंगे प्रस्तुति
दस बड़े शहरों के साथ ही नेपाल और श्रीलंका में अपनी रंगतबिखेरेंगे
खैरागढ़ खबर योद्धा आदित्य नामदेव।। अंतर्राष्ट्रीय रंगमंच महोत्सव के 25 साल पूरा होने पर इंदिरा कला संगीत विवि में भारत रंग महोत्सव अंतर्गत देश विदेश के कलाकार विभिन्न भाषओं में नाटकों का मंचन करेंगे। संभागायुक्त व कुलपति सत्यनारायण राठौर के मुख्य आतिथ्य, एनएसडी के पूर्व डायरेक्टर दिनेश खन्ना की अध्यक्षता और कला संकाय डीन प्रो मृदुला शुक्ला, कार्यसमिति सदस्य एनएसडी दीपांकर पॉल व कुलसचिव व एडीएम प्रेमुकमार पटेल के विशिष्ट आतिथ्य में कार्यक्रम का शुभारंभ होगा।।
ज्ञात हो कि भारंगम नाम से लोकप्रिय यह महोत्सव दुनिया का सबसे बड़ा थिएटर उत्सव है, जो इस बार 28 जनवरी से 16 फरवरी तक देश के दस बड़े शहरों के साथ ही नेपाल और श्रीलंका में अपनी रंगत बिखेरेगा। महोत्सव में अंतर्राष्ट्रीय थिएटर समूह रूस, इटली, जर्मनी, नॉर्वे, चेक गणराज्य, नेपाल, ताइवान, स्पेन और श्रीलंका के कलाकार शामिल हैं। संगीत विवि में 4 से 9 फरवरी को प्रतिदिन संध्या बेला में देश के विभिन्न प्रांतों के प्रसिद्ध नाटकों का अलग-अलग भाषाओं में मंचन किया जाएगा। प्रदेश में पहली दफे हो रहे इस महोत्सव को लेकर अलग अलग कार्यों के संपादन के लिए अधिकारी-कर्मचारियों को जिम्मेदारियां सौंपी गई है। समारोह संयोजक अधिष्ठाता व थियेटर विभागाध्यक्ष डॉ योगेंद्र चौबे होंगे। देश से बाहर कोलंबो व काठमांडू में यह आयोजन होगा। कार्यक्रम अंतर्गत दुनियाभर के सात महाद्वीपों में रहने वाले भारतीय और भारत के युवा कलाकार लघु नाटकों का ऑनलाइन प्रदर्शन करेंगे।
होगा 6 दिवसीय आयोजन
2024 में जन भारत रंग परियोजना की सफलता से प्रेरित महोत्सव को एक समान विषय पर कलात्मक प्रदर्शनों की सबसे बड़ी संख्या के लिए वल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स लंदन का प्रमाण पत्र मिला है। विवि प्रेक्षागृह में 4 से 9 फरवरी तक आयोजित छ दिवसीय आयोजन में प्रतिदिन अलग-अलग नाटकों का मंचन होगा।
4 फरवरी से 9 फरवरी
जिसमें मंगलवार 4 फरवरी को भोपाल मप्र द्वारा नर नारी उर्फ थानू बाबा लोचनदास हिंदी भाषा मे, बुधवार 5 को कोलकाता पं. बंगाल द्वारा हयावडाना बंगाली भाषा में, गुरुवार 6 को असम द्वारा मांगरी असमिया भाषा में, शुक्रवार 7 को मुंबई महाराष्ट्र द्वारा मध्यम व्यायोग हिंदी में, शनिवार 8 को पुडुचेरी तमिलनाडु द्वारा नादापहुई तमिल भाषा में और पुणे महाराष्ट्र की टीम में शामिल कलाकारों द्वारा रविवार 9 फरवरी को कास परपस की प्रस्तुति दी जाएगी।।