कांग्रेस जिला अध्यक्ष ने दिया इस्तीफा अनिल मानिकपुरी ने अपने साथियों के साथ छोडा कांग्रेस का हाथ, राजनीति हलचल हुई तेज

कांग्रेस जिला अध्यक्ष ने दिया इस्तीफा
अनिल मानिकपुरी ने अपने साथियों के साथ छोडा कांग्रेस का हाथ, राजनीति हलचल हुई तेज
राजनांदगांव खबर योद्धा रमेश निवल बालु ।। नए जिले मोहला मानपुर चौकी कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल मानिकपुरी ने अपने पार्टियों के अलग-अलग पदाधिकारी के साथ बडे दुखी मन से व्यथित होकर पार्टी छोडने का फैसला किया। वर्ष 1988 से कांग्रेस के छात्र संगठन से जुडकर मैने अपनी राजनीतिक सफरनामा की शुरुवात की थी और आज नवीन जिला- मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी के जिला कांग्रेस अध्यक्ष पद तक की लंबी यात्रा में मैने 36 वर्षों तक कांग्रेस के निष्ठावान – समर्पित कार्यकर्ता के रूप में पार्टी को अपनी क्षमताओ के अनुरूप तन-मन-धन से यथेष्ट योगदान दिया। लेकिन मुझे लगता है कि पार्टी को मेरी आवश्यकता केवल संगठन के कार्यों को आगे बढ़ाने एवं पार्टी की मजबूत करने के लिए ही रह गया है।
मेरे साथ 2019 में सीएम हाऊस के नाम पर अन्याय हुआ और 2024 में पुनः मुझे अपमान एवं तिरिष्कार का सामना करना पड़ा ।
मान्यवर मुझे इस बात का बेहद आश्चर्य एंव दुख है कि नवीन जिला-मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी के अतंर्गत आने वाले दो विधानसभा क्षेत्र मोहला मानपुर में मैंने कांग्रेस प्रत्याशी को 32 हजार की ऐतिहासिक एंव प्रचण्ड विजय दिलाने में तथा खुज्जी विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी को अपने जिले के अम्बागढ़ चौकी ब्लाक के 69 मतदान केन्द्रो में लगभग सात हजार लीड दिलाने अपना संपूर्ण योगदान दिया। इसी तरह लोकसभा चुनाव में मैंने कांग्रेस प्रत्याशी को अपने जिले से 48 हजार की प्रचण्ड जीत दिलाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इसके अतिरिक्त मैने पार्टी की मजबूती व कार्यकर्ताओ को सक्रिय रखने के लिए अपने पूरे कार्यकाल में हर महिने जोन-ब्लाक व जिला कांग्रेस को नियमित बैठक कराई और आपके सभी निर्देशो को जमीन पर उतारने एंव सफल बनाने के लिए ईमानदारी से कार्य किया। जिसका परिणाम मुझे यह मिला की ‘तेरे मेरे के चक्कर में मेरी टिकट काट दी गई।
मान्यवर आज सूबे में कांग्रेस को कमजोर करने का षड़यंत्र चल रहा है। इसकी शुरूवात 2018 से हुई है और 2023 विधानसभा चुनाव एव वर्तमान में आसन्न नगरीय निकाय चुनाव एंव त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में कांग्रेस को हराने व कमजोर करने भाजपा से मिलकर कई नेता जानबुझकर हारने वाले प्रत्याशियों के नाम आगे बढ़ा रहे है।
जिससे पार्टी को हार का सामना करना पड़े एवं इसका पूरा दोषारोपण आप पर मढ़कर आपको ही पद से उतारा जा सके।मान्यवर 2018 में 15 वर्षों के लंबे संघर्ष के बाद पार्टी सरकार में आई और जब पार्टी एवं कार्यकर्ताओं को मजबूत करने का समय था, तब इस पर काम करना तो दूर इस दिशा में सोचा भी नहीं गया। आज कांग्रेस के जिला व ब्लाक संगठन के पदाधिकारियों को पार्टी के निर्देशों व कार्यक्रमों (बैठक-धरना प्रदर्शन-पुतला दहन रैली – पदयात्रा) को सफल बनाने के लिए आर्थिक तंगी व परेशानियों से जूझना पड़ रहा है।
2018 में कांग्रेस की सरकार आने के बाद प्रदेश में हर कार्यकर्ता को अपने सरकार से काफी आशाएँ थी।
लेकिन एकला चलो एवं तेरे मेरे के चक्कर तथा कार्यकर्ताओं की उपेक्षा एवं एक-दूसरे को निपटाने के चक्कर में सरकार चली गई। आज हम फिर 2003 से 2018 की स्थिति में खड़े हैं। संघर्ष के इस दौर में जब पार्टी को मजबूत एवं कार्यकर्ताओं को एकजुट करने का समय है तो हमारे नेता फिर से वही गलतियों दोहरा रहे है। मान्यवर मैं आपका हृदय से आभार व धन्यवाद ज्ञापित करता हूँ। मुझे खुशी है कि मुझे आप जैसे सक्रिय व उर्जावान अध्यक्ष के साथ काम करने का अवसर मिला ।