3 लोगों के मेडिकल फर्जीवाड़ा में 2 लोग निलंबित डॉक्टर के हैंडराइटिंग की जांच की मांग ठंडे बस्ते में

3 लोगों के मेडिकल फर्जीवाड़ा में 2 लोग निलंबित
डॉक्टर के हैंडराइटिंग की जांच की मांग ठंडे बस्ते में
रायपुर/कवर्धा खबर योद्धा।। कवर्धा जिला चिकित्सालय मेडिकल फर्जीवाड़ा का जिन्न एक बार फिर लगभग चार साल के बाद बाहर निकलकर आ गया है। ताजा घटना क्रम में जिला चिकित्सालय के नेत्र सहायक अधिकारी को फर्जी मेडिकल प्रमाण पत्र जारी करने के मामले में निलंबित कर दिया गया है। यह निलंबन आदेश दुर्ग रायपुर के संयुक्त संचालक के द्वारा जारी किया गया है। इसके पूर्व इसी मामले में कवर्धा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के द्वारा कवर्धा के सहायक ग्रेड 3 को भी निलंबित किया गया था।
निलंबन पश्चात सहायक ग्रेड 3 का मुख्यालय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बोडला किया गया है तो वहीं दूसरी तरफ नेत्र सहायक अधिकारी को जिले से बाहर साजा का रास्ता दिखाया गया है।
बताया जाता है कि फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट के जरिए तीन युवक आरक्षक की नौकरी कर रहे थे. जिला अस्पताल के डॉक्टर के द्वारा आरक्षकों की शिकायत एसपी शलभ सिन्हा से की गई थी. जांच में मामला सही पाए जाने पर एसपी ने तीनों आरक्षक को पुलिस की सेवा से बर्खास्त कर दिया था ।
वहीं दूसरी तरफ नेत्र सहायक अधिकारी के द्वारा मेडिकल फर्जीवाड़ा में पुलिस अधीक्षक से शिकायत करते हुए एक डॉक्टर की हैंडराइटिंग की जांच किसी एक्सपर्ट से करने की मांग की गई थी। बहरहाल स्वास्थ्य विभाग कवर्धा एक बार फिर अपने ही कर्मचारियों के कारण सुर्खियों में है।