छत्तीसगढ़ प्रदेश मे मुखिया का लक्ष्य गरीब व सभी वर्ग का विकास लक्ष्य
रमेश निवल(बालु) राजनांदगाव – छत्तीसगढ़ मे भाजपा सरकार है, जिसका कमान आदिवासी समाज के एक सुलझे सरल व्यक्ति के हाथो मे है ,चर्चा है ,अब तक के कार्यकाल मे वे किसी समाज या व्यक्ति विषेश के खिलाफ कोई भी विवादित बयान नही दिया है ,ऐसा माना जा रहा वे प्रदेश के मुखिया होने के नाते अपने काबलीयत का सारा स्तेमाल प्रदेश के विकास व गरीबों के उत्थान मे लगा दिए है,प्रबुद्धजनों का माने तो पार्टी के चंद नेता सहयोगी संगठन के लोग समय समय पर विकास का लक्ष्य छोड़ विवादीत बयान देकर ये जताने का कोशिश करते है ,की उनके इसी गतिविधियों से पार्टी को फायदा मिलता है ,वर्तमान मे जनता के बीच सरकार का जो छवि बनना था वह यही वजह है अबतक बन नही पाया है ,आम चर्चा है, पार्टी के जवाबदार नेता भी मुगालते मे न रह कर ऐसे सहयोगीयो से दूरी बनना पार्टी के राजनीतिक सेहत के लिए बेहतर होगा
अलग अलग संगठन बनाकर विकास छोड़ विवाद पर फोकस लोकप्रियता के लिए खतरा?
छत्तीसगढ़ सहीत देश मे जनता ने दोबारा भाजपा को जो जनआदेश दिया है , सही माईने मे धार्मिक या विवादित मुद्दों पर नही बल्कि पिछले सरकार मे मुखिया छोड़ उनके मंत्री व विधायको के अपने ही पार्टी के कार्यकर्ताओं से दूजा व्यवहार सत्ता हाथ से चला जाना खास वजह बताया जाता है । वर्तमान सरकार के बारे मे राजनीति के जानकारों का माने तो पार्टी व संगठन के चंद नेता अलग अलग नाम से संगठन बनाकर छोटे छोटे मामले पर जनहित का मुद्दा छोड़ सिर्फ विवादित गतिविधियों पर राजनीति करते है, प्रदेश की जनता ऐसे नेताओं के मकसद को समझ चुकि है ,लोगो का मानना है इससेआमआदमी का भला नही होने वाला है, शिक्षीत वर्ग इस नाटक को भलीभांति समझने चुका है ।
प्रदेश मे दो बड़े नेताओं के बीच मतभेद करने का चल रहा है खेल?
छत्तीसगढ़ मे पूर्व काग्रेंस सरकार के समय मे पार्टी के चंदअष्तुष्ट नेता मंत्री विपक्ष के नेताओं के साथ सांठगांठ कर दो बड़े नेताओं के बीच मुख्यमंत्री के कुर्सी पर ढाई साल के मुद्दे को मिडिया के माध्यम से उछाला था जो काग्रेंस के लिए घातक साबित हुआ परिणाम रहा भारी बहुमत वाली सरकार को विधानसभा चुनाव मे परिणाम आया जनता ने काग्रेंस को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा दिया राजनीति के जानकारो का माने तो वर्तमान मे राजनांदगांव शहर मे बीतो दिनों शोशल मिडिया मे एक गुट प्रदेश मे दिपावली के बाद मुखिया बदलने का हवा उड़ाया था उसके एक बड़े आयोजन पर जमकर प्रदर्शन कर जीस तरह दो बड़े नेताओं के बीच दरार पैदा करने का राजनीतिक का खेल खेला गया ये अलग बात है भाजपा के कद्दावर नेता अपने सूझबूझ से ऐसे लोगो के मनसूबों को अबतक कामयाब होने नहीं दिया बहरहाल ऐसा खेल पूर्व सरकार के ढाई ढाई साल वाले गेम से मिलता जुलता खेल है,प्रदेश के राजनांदगांव जिला मे सत्ता दल के राजनीतिक हल्को मे जो हालात दिख रहा है, वह आमजनों के बीचअनेक सवालो को खड़ा करता है ,प्रदेश मे भाजपा का एक बड़ा खेमा जनहित व विकास के मुद्दों पर दिन रात एक किए हुए है ,वहीं चंद लोग विकास छोड़ बेवजह के मुद्दों को उछालने मे ज्यादा उतवाला दिख रहे है,
राजधानी मे मंत्री नेताओं के बगले मे आखिर सन्नाटा क्यों ?
छत्तीसगढ़ मे वर्तमान सरकार के मंत्रियों सांसद व विधायको के राजधानी स्थित बगले पर आमुमन सन्नाटा का खबर है,जो कहीं न कहीं निष्ठावान कार्यकर्ता व आम लोगों के उपेक्षा से ऐसे हालात बनता है ,लोग कही न कही जवाबदार लोगो से नाखुश नजर आ रहे है, आम चर्चा है मंत्री सांसदों के दौरे पर उनके काफिले मे वही पुराने चंद व्यसायिक नेता व ठेकेदारो का चेहरा दिखाई देता है,जानकारी के मुताबिक आम निष्ठावान कार्यकर्ता अपने आपने को उपेक्षित महसूस कर रहा है, आरोप है चंद नेता मंत्री अफसरशाही को बढ़ावा देने मे लगे हुए है , यह सरकार के मुखिया व पार्टी के जवाबदार नेताओं के लिए चिन्ता का विषय है।