छत्तीसगढ़ एग्रिकान समिति के इंटरैक्टिव स्टॉलों ने बिखेरी प्रेरणा की चमक
कवर्धा खबर योद्धा ।। कबीरधाम जिले में 6 और 7 नवंबर को ‘अंजोर – प्रेरणा और नवाचार तिहार’ का दो दिवसीय उत्सव सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। यह अनूठा कार्यक्रम उन ग्रामीण नवाचारकों, यानी किसानों, महिलाओं और युवाओं को सम्मानित करने के लिए आयोजित किया गया था, जो अपनी सूझबूझ और पारंपरिक ज्ञान से गाँवों की रोजमर्रा की चुनौतियों का हल निकाल रहे हैं। इस पूरे कार्यक्रम का आयोजन ‘सेंट्रल हाइलैंड्स रेस्टोरेशन प्रोजेक्ट’ और ‘समुदाय के द्वारा किया गया।

यह उत्सव ‘चेंजमेकर स्टोरीज़ इनिशिएटिव’ का एक महत्वपूर्ण पड़ाव था। ‘अंजोर’ में 82 चुनिंदा नवाचारकों ने ‘नवाचार गैलरी’ में अपने स्टॉल लगाकर अपने काम को दुनिया को दिखाया। इस दो दिवसीय उत्सव में जिलेभर से दो हज़ार से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया ।
छत्तीसगढ़ एग्रीकॉन समिति की प्रमुख भूमिका
इस पूरे आयोजन में ‘छत्तीसगढ़ एग्रीकॉन समिति’ (Agricon) की भागीदारी बेहद खास रही। एग्रीकॉन इस आयोजन के मुख्य सहयोगी संगठनों में से एक था। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में एग्रीकॉन के साथ-साथ कॉमनलैंड, टेसू मीडिया लैब, समर्थ चैरिटेबल ट्रस्ट, FES, WTI, NCCI, PRADAN, और ग्रामोदय जैसे कई सहयोगी संगठनों ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ।
‘अंजोर’ उत्सव में छत्तीसगढ़ एग्रीकॉन समिति द्वारा लगाए गए विशेष स्टॉल लोगों के लिए ज्ञान और प्रेरणा का एक बड़ा केंद्र बने। ये स्टॉल सिर्फ जानकारी देने के लिए नहीं थे, बल्कि बहुत इंटरैक्टिव थे, जहाँ लोग खुद हिस्सा लेकर सीख रहे थे । एग्रीकॉन के स्टॉलों ने ‘लर्निंग सर्कल्स’ के उद्देश्य को सही मायने में पूरा किया।
यहाँ एग्रीकॉन समिति के सदस्यों ने लोगों को खेल-खेल में और आसान मॉडल के ज़रिए ज़मीन के स्वास्थ्य को सुधारने, पर्यावरण संतुलन, कार्बन फार्मिंग, और टिकाऊ आजीविका जैसे गंभीर विषयों के बारे में समझाया । इसके अलावा, अन्य स्टॉलों पर यह भी दर्शाया गया कि कैसे हमारी सोच और व्यवहार में छोटे बदलाव और स्वयंसेवा की भावना, पूरे समुदाय में एक बड़ा और सकारात्मक परिवर्तन ला सकती है।
इसके साथ साथ कलाकारों ने पारंपारिक गायन और वादन से समा बिखेर दिए बैगा नृत्य सभी का मनमोह लिया ।
‘नवाचार गैलरी’ में जहाँ 82 नवाचारकों ने अपनी प्रतिभा दिखाई, वहीं एग्रीकॉन के इन स्टॉलों ने उस प्रतिभा को और निखारने के लिए ज्ञान और नए रास्ते दिखाए ।
पूरे कार्यक्रम को सफल बनाने में कवीर वालंटियरस की बहुत ही सराहनीय सहयोग रहा ।
