March 12, 2025

कवर्धा पुलिस ने बेमेतरा से करन चंद्राकर को किया गिरफ्तार फर्जी सिम सप्लाई करने वाला मास्टर सप्लायर बेमेतरा से गिरफ्तार

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कवर्धा पुलिस ने बेमेतरा से करन चंद्राकर को किया गिरफ्तार

फर्जी सिम सप्लाई करने वाला मास्टर सप्लायर बेमेतरा से गिरफ्तार

कवर्धा खबर योद्धा ।। कबीरधाम जिले में साइबर ठगी के मामलों में फर्जी सिम सप्लाई मामले में कल फर्जी सिम सप्लाई करने वाले दो POS एजेंटों की गिरफ्तारी के बाद आज कबीरधाम पुलिस ने फर्जी सिम कार्ड सप्लाई करने वाले मास्टर सप्लायर करन चंद्राकर को गिरफ्तार कर लिया है।  

कल ही भूपेंद्र जोशी एवं दुष्यंत जोशीनामक दो एजेंटों को गिरफ्तार किया गया था, जो फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सिम कार्ड जारी कर साइबर ठगों को बेचते थे। उनसे पूछताछ के दौरान करन चंद्राकर का नाम सामने आया। पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि करन चंद्राकर बेमेतरा जिले का निवासी है और अब तक 100 से अधिक फर्जी सिम कार्ड उत्तर प्रदेश में सक्रिय मास्टरमाइंड को कोरियर के माध्यम से भेज चुका है।

 ऑपरेशन भंडाफोड़

 साइबर अपराधों में लगातार बढ़ोतरी को देखते हुए कबीरधाम पुलिस ने एक विशेष जांच टीम गठित की थी।  

 गुप्त सूचना एवं तकनीकी विश्लेषण के आधार पर करन चंद्राकर को ट्रैक किया गया और उसे बेमेतरा जिले से गिरफ्तार किया गया।  

 पूछताछ में उसने कबूल किया कि वह उत्तर प्रदेश में मौजूद मास्टरमाइंड के संपर्क में था और लंबे समय से फर्जी सिम कार्डों की सप्लाई कर रहा था।

करन चंद्राकर – फर्जी सिम कार्डों का मास्टर सप्लायर

शुरुआत में वह उत्तर प्रदेश के मास्टरमाइंड के लिए अकेले यह काम कर रहा था, लेकिन बाद में उसने भूपेंद्र और दुष्यंत को अपने साथ जोड़ लिया।

 धीरे-धीरे भूपेंद्र और दुष्यंत ने खुद मास्टरमाइंड से सीधा संपर्क कर लिया और सीधे ही फर्जी सिम कार्ड सप्लाई करने लगे, जिससे करन चंद्राकर को नजरअंदाज किया जाने लगा। 

 करन चंद्राकर ने पुलिस को बताया कि अब तक वह 100 से अधिक फर्जी सिम कार्ड मास्टरमाइंड तक कोरियर के माध्यम से भेज चुका है।

फर्जी सिम कार्ड सप्लाई की पूरी साजिश

पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि करन चंद्राकर ने फर्जी आधार कार्ड बनाकर खुद के नाम के अलग-अलग पहचान पत्र तैयार कर लिए थे। 

 उसके पास से 13 *फर्जी आधार कार्ड बरामद किए गए*, जिनमें –  

  – उसकी अपनी ही तस्वीर थी

  – लेकिन नाम, आधार नंबर और पता अलग-अलग थे।  

 

इन फर्जी दस्तावेजों का उपयोग कर उसने बड़ी संख्या में सिम कार्ड खरीदे और उन्हें उत्तर प्रदेश स्थित मास्टरमाइंड तक कोरियर के माध्यम से भेजा।  

📌 इसके बदले उसे *प्रत्येक सिम कार्ड पर मोटी रकम मिलती थी, जिससे वह धीरे-धीरे इस अपराध में पूरी तरह संलिप्त हो गया।  

  

इस मामले में थाना कवर्धा प्रभारी निरीक्षक लालजी सिन्हा द्वारा विवेचना की जा रही है। करन चंद्राकर की गिरफ्तारी में साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक मनीष मिश्रा asi चंद्रकांत तिवारी, संजीव तिवारी, प्रधान आरक्षक चुम्मन साहू, अभिनव तिवारी, आरक्षक अजयकांत, नरेंद्र चंद्रवंशी की भूमिका रही । अब तक कुल तीन लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इस पूरे गिरोह का मुख्य सरगना के बारे में जानकारी जुटा ली गई है जल्द ही उसकी भी गिरफ्तारी की जाएगी।

 

इस मामले में थाना कवर्धा में अपराध क्रमांक 91/2025 के तहत—  

धारा 318(4), 61(2) भारतीय न्याय संहिता एवं  

धारा 66(सी) IT Act* के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया है।  

साइबर ठगी से बचाव और जागरूकता – हर नागरिक के लिए जरूरी सतर्कता  

आज के डिजिटल युग में बैंकिंग धोखाधड़ी, ऑनलाइन ठगी, OTP फ्रॉड, सोशल मीडिया ब्लैकमेलिंग जैसे अपराध तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में हर नागरिक को सतर्क रहना आवश्यक है।।  

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जितेन्द्र राज नामदेव

एडिटर इन चीफ - खबर योद्धा

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